Longest solar escape of the century: 2 अगस्त 2027 को लगने वाला सूर्य ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण पूरे 6 मिनट 23 सेकंड तक रहेगा। यानी दिन के समय ही कुछ मिनटों के लिए बिल्कुल रात जैसा माहौल बन जाएगा। टाइम एंड डेट वेबसाइट के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 3:34 बजे शुरू होगा और शाम 5:53 बजे खत्म होगा। यह नज़ारा 1991 के बाद पहली बार देखा जाएगा और इसके बाद ऐसा दृश्य फिर 16 जुलाई 2028 तक देखने को नहीं मिलेगा।
किन देशों में दिखेगा ये ग्रहण?
यह सूर्य ग्रहण दुनिया के करीब 10 देशों में नजर आएगा। हालांकि कनाडा में यह आंशिक रूप में दिखाई देगा और उत्तरी अमेरिका में यह बिल्कुल नहीं दिखेगा। सूर्य ग्रहण की शुरुआत अटलांटिक महासागर से होगी, फिर यह दक्षिणी स्पेन, उत्तरी अफ्रीका, सऊदी अरब (मक्का-जेद्दा), यमन, और सोमालिया के कुछ हिस्सों से गुजरेगा।
क्यों होता है सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। इससे सूर्य की रोशनी कुछ समय के लिए पूरी तरह छिप जाती है। जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है और उसकी छाया भूमध्य रेखा के पास पड़ती है, तब सूर्य पूरी तरह ढक जाता है और पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है।वैज्ञानिकों के मुताबिक, सबसे लंबा पूर्ण सूर्य ग्रहण 7 मिनट 31 सेकंड तक भी चल सकता है। लेकिन इस बार का 6 मिनट 23 सेकंड का ग्रहण भी काफी दुर्लभ और खास है।
सूतक काल कब शुरू होगा?
जहां भी यह सूर्य ग्रहण देखा जाएगा, वहां सूतक काल भी मान्य होगा। हिंदू धर्म के अनुसार, सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले शुरू होता है। इस दौरान पूजा-पाठ और भोजन बनाने जैसी चीज़ों से परहेज़ किया जाता है।
2025 का सूर्य ग्रहण कब लगेगा?
इस साल यानी 2025 में सूर्य ग्रहण 21 सितंबर की रात 11 बजे से शुरू होकर, 22 सितंबर की सुबह 3:24 बजे तक रहेगा। लेकिन चूंकि यह भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
2 अगस्त 2027 का सूर्य ग्रहण न सिर्फ एक खगोलीय घटना है, बल्कि एक ऐतिहासिक पल होगा, जिसे पूरी दुनिया के लोग देखना चाहेंगे। अगर आप खगोल विज्ञान में रुचि रखते हैं या आकाशीय घटनाएं देखना पसंद करते हैं, तो ये ग्रहण आपके लिए खास होगा।