Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के शहडोल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों का जन्म हुआ है, जिनके दो शरीर हैं, लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद लोग आश्चर्यचकित हैं और इस बारे में चिंता कर रहे हैं कि भविष्य में ये बच्चे कैसे जीवित रहेंगे।
एमपी के शहडोल मेडिकल कॉलेज में दो शरीर लेकिन एक दिल वाले बच्चों का जन्म हुआ है। इन बच्चों की मां और परिवार के सदस्य इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनका भविष्य क्या होगा। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि इस तरह जुड़े हुए बच्चों का कैसे पालन-पोषण किया जाएगा।
परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है, और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इन्हें उचित उपचार के लिए रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी कर रहा है। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स कहा जाता है।
जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा की निवासी वर्षा जोगी और उनके पति रवि जोगी को ये संतान मिली है। माता-पिता को प्रेग्नेंसी के दौरान दर्द के बाद महिला को मेडिकल कॉलेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे महिला का सीजर किया गया, जिसमें दो ऐसे जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ, जिनके शरीर अलग थे लेकिन दिल एक ही जुड़ा हुआ है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी स्थितियां बहुत कम देखने को मिलती हैं, जब गर्भवती महिला के भीतर दो अलग-अलग भ्रूण शुरुआती अवस्था में एक-दूसरे से चिपक जाते हैं। ऐसे मामलों में बच्चों का जीवन आगे स्थिर रह पाना बेहद कठिन होता है, क्योंकि एक दिल के सहारे दो नवजातों का जीवित रहना काफी मुश्किल है। इस मामले की चर्चा चारों ओर हो रही है।