Republic Day 2025:इस बार का गणतंत्र दिवस हिमाचल प्रदेश के लिए बेहद खास होने वाला है। मंडी जिले के सुंदरनगर की रहने वाली मेजर राधिका सेन 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर इनफेंट्री और आर्म्ड फोर्सेज की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी। खास बात ये है कि वे नींदघोष वाहन पर खड़े होकर राष्ट्रपति को सलामी देंगी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत का नाम किया रोशन
मेजर राधिका सेन को 2024 में संयुक्त राष्ट्र के प्रतिष्ठित यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। ये सम्मान पाने वाली वे दूसरी भारतीय महिला हैं। उन्हें ये पुरस्कार कांगो में शांति मिशन के दौरान उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दिया गया था।
शिक्षा से लेकर आर्मी तक का शानदार सफर
1993 में जन्मीं राधिका ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सुंदरनगर के सेंट मैरी स्कूल से की। फिर चंडीगढ़ के माउंट कार्मल स्कूल से 12वीं पास की। आगे की पढ़ाई IIT से की, जहां से वे वैज्ञानिक बनने का सपना देख रही थीं। लेकिन देश सेवा की चाह ने उन्हें इंडियन आर्मी जॉइन करने के लिए प्रेरित किया। 2016 में चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से पास आउट होकर उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में हुई। इसके बाद उन्होंने लेह, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में सेवाएं दीं।
परिवार की अनोखी कहानी
मेजर राधिका के पिता ओंकार सेन NIT हमीरपुर से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुए हैं, जबकि उनकी मां निर्मला सेन स्कूल प्रिंसिपल रह चुकी हैं। उनके परिवार की खास बात ये है कि घर में 8 बहनें हैं और सभी एक से बढ़कर एक कामयाब हैं।
युवाओं के लिए संदेश
मेजर राधिका का कहना है कि आज के युवा सोशल मीडिया पर रील्स बनाने में ज्यादा व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को इंडियन आर्मी जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं को ज्वाइन करना चाहिए। ये न केवल देश सेवा का मौका देता है बल्कि जिंदगी में एक खास मकसद भी देता है।