नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। अखिलेश यादव के मस्जिद जानें का विवाद खत्म होने के नाम नहीं ले रहे। सपा प्रमुख और उनकी पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ कुछ मौलाना हरदिन जुबान से धांय-धांय कर रहे हैं तो कुछ ऐसे भी जो इसे इस्लाम का अपमान बता रहे हैं। इन्हीं में से मौलाना साजिद रशीदी हैं, जिन्होंने डिम्पल यादव के खिलाफ अभद्र तिपण्णी कर सनसनी मचा दी। डिंपल के साथ ही मौलाना ने कैराना की सांसद इकरा चौधरी का भी नाम लेते हुए बड़ी बात कही। जिसके बाद इकरा ने भी पलटवार किया। मौलाना को जमकर तलाड़ा। इकरा ने मौलाना को इस्लाम का अज्ञानी बताया। इकरा ने राशिद को कट्टरपंथी तक करार दे दिया। साथ ही सरकार से मांग की, मौलाना को अरेस्ट कर सलाखों के पीछे भेजा जाए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, डिंपल यादव संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में गई थीं। उस वक्त उन्होंने कथित तौर पर अपने सिर पर पल्लू नहीं रखा था। इसी को लेकर कुछ मौलानाओं ने डिंपल यादव के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इन्ही में एक मौलाना साजिद रशीदी भी हैं। जिन्होंने उन्होंने समाजवादी पार्टी की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर एक भद्दा कमेंट कर दिया। जिसके चलते मौलाना की मुश्किलें बढ़ गई है। उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मौलाना साजिद रशिदी की टिप्पणी का मुद्दा देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद भी पहुंच चुकी है। बीजेपी और एनडीए के अन्य घटक दलों के नेताओं ने सोमवार 28 जुलाई 2025 को संसद परिसर में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
कुछ इस तरह से बोलीं इकरा
इनसब के सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं। डिंपल भी मौलाना के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिलन डिंपल के अपमान को लेकर इकरा चौधरी सड़क पर उतर आई हैं और मौलाना से सीधे दो-दो हाथ कर रही हैं। सपा सांसद इकरा हसन ने स एआईआईए के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी की टिप्पणी पर कहा कि एक महिला जनप्रतिनिधि, सबसे बड़ी पंचायत की सदस्य पर ऐसी टिप्पणी करना बेहद शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इनका सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए, ये कोई धर्मगुरु नहीं हैं, किसी धर्म के ठेकेदार नहीं हैं। इन्हें किसी भी महिला पर ऐसी टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। इकरा के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग लेडी सांसद की जय जयकार कर रहे हैं।
जानें मौलाना का बयान
हम हम आपको बताते हैं मौलाना के भद्दे कमेंट के बारे में। मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि जो लोग सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ से वाकिफ हैं और जानते हैं कि अगर लड़की के सर से पल्लू हट भी जाता है तो उन्हें डांटा जाता है और कहा जाता है की नंगी घूम रही है क्या। हमारे समाज का मसला है। आपने देखा होगा पास में इकरा हसन बैठी हुई थीं, वे क्यों सर ढके हुए थीं। डिंपल यादव साफ करें कि मंदिर ऐसे ही जाती हैं क्या। मौलाना साजिद रशीदी ने आगे कहा, ‘मैंने कोई गलत बयान नहीं दिया। एफआईआर हो गई है उसकी समीक्षा होगी। मौलाना ने आगे कहा कि आप मस्जिद की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं। डिंपल यादव से पूछे कि वे मंदिर पल्लू लेकर जाती हैं या नहीं। अगर वे इस हालत में मंदिर जाती हैं तो मस्जिद में इस तरह से कैसे बैठी हैं। वे बता दें कि वे ऐसे ही मंदिर जाती हैं तो मैं माफी मांग लूंगा।
बीजेपी ने बोला हमला
मौलाना ने कहा कि मैं अपने बयान पर अडिग हूं। मौलाना के इस बयान के बाद बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने सड़क पर प्रदर्शन किया। बीजेपी नेताओं ने कहा कि पूरे मामले पर अखिलेश यादव को आगे आकर अपना पक्ष रखना चाहिए। लेकिन वह नहीं बोलेंगे। क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं उनका वोटबैंक सपा से नाराज न हो जाए। सपा-कांग्रेस सिर्फ वोटबैंक की राजनीति करती है। अगर यही शब्द किसी और धर्म के व्यक्ति ने किए होते तो ये लोग सड़क से लेकर संसद में गदर काट रहे होते। बीजेपी नेताओं ने कहा कि मौलाना पर केस दर्ज हो गया है। मौलाना पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई पुलिस करेगी। इनसब के बीच सोशल मीडिया पर मौलाना के खिलाफ लोग जमकर लिख रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि पुलिस को तत्काल मौलाना को अरेस्ट कर जेल भेजना चाहिए, जिससे कि कोई दूसरा सिरफिरा ऐसी हिमकात करने से पहले सौ बार सोचने पर मजबूर हो।