Parliament Monsoon Session 2025 : संसद के मानसून सत्र की तिथियों की घोषणा कर दी गई है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी कि यह सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब विपक्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहा था।
बीमा क्षेत्र में एफडीआई बढ़ाने वाला विधेयक हो सकता है पेश
संभावना है कि मानसून सत्र के दौरान बीमा संशोधन विधेयक को संसद में रखा जाएगा। इस विधेयक में बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा को 100 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इसका प्रारूप तैयार हो चुका है और इसे जल्दी ही केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष मंजूरी के लिए लाया जाएगा। मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिलने के बाद, वित्त मंत्रालय का वित्तीय सेवा विभाग इसे संसद में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इससे पहले संसद का बजट सत्र दो हिस्सों में आयोजित किया गया था। पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चला, जबकि दूसरा चरण 10 मार्च को शुरू होकर 4 अप्रैल को समाप्त हुआ।
राज्यसभा में रिकॉर्ड कामकाज
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने जानकारी दी थी कि बजट सत्र के दौरान राज्यसभा की सबसे लंबी बैठक तीन अप्रैल को हुई, जो सुबह 11 बजे शुरू होकर अगली सुबह यानी चार अप्रैल को 4:02 बजे तक चली। इस दौरान उच्च सदन में 49 निजी सदस्यों के विधेयक पेश किए गए और कुल 159 घंटे काम हुआ, जिसमें आधी रात के बाद भी 4 घंटे से अधिक समय काम किया गया। इस सत्र की कुल उत्पादकता 119 प्रतिशत रही।
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लोकसभा में भी हुआ प्रभावी काम
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया था कि बजट सत्र में निचले सदन की कुल 26 बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि लोकसभा की उत्पादकता लगभग 118 प्रतिशत दर्ज की गई। इस दौरान सरकार की ओर से 10 विधेयक पेश किए गए और कुल 16 विधेयक पारित हुए, जिनमें वक्फ संशोधन विधेयक और मुस्लिम वक्फ (निरसन) विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयक भी शामिल हैं।