Tuesday, November 18, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home Breaking

Mukesh Chandrakar Murder: क्या था मुकेश की हत्या का राज? नक्सल प्रभावित क्षेत्र के पत्रकार की निर्मम हत्या ने क्यों मचाई हड़कंप?

मुकेश चंद्राकर, छत्तीसगढ़ के जाने-माने पत्रकार, जिन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बहादुरी से काम किया। उन्होंने बस्तर के जंगलों में जाकर CRPF जवानों को छुड़ाया। हाल ही में सड़क की गुणवत्ता पर रिपोर्ट की, जिसके बाद उनकी हत्या हो गई और शव सेप्टिक टैंक से मिला।

Mayank Yadav by Mayank Yadav
January 3, 2025
in Breaking, राष्ट्रीय
Mukesh Chandrakar
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter
Journalist Mukesh Chandrakar: छत्तीसगढ़ के जिला बीजापुर से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है जहां एक जाने-माने पत्रकार, मुकेश चंद्राकर की हत्या की गई और उनका शव एक ठेकेदार के घर के सेप्टिक टैंक में मिला है। मुकेश चंद्राकर, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी बहादुरी और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे, पिछले दो दिनों से लापता थे। आज शाम उनकी लाश बरामद होने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
Mukesh Chandrakar ने हाल ही में एक विवादास्पद सड़क निर्माण परियोजना पर रिपोर्ट की थी, जिसकी कीमत 120 करोड़ रुपए थी। उन्होंने सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए एक स्टोरी प्रकाशित की थी, जिसके बाद इस परियोजना से जुड़े ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के खिलाफ जांच शुरू हो गई थी। इस रिपोर्टिंग के बाद, मुकेश को ठेकेदार के भाई, नरेश चंद्राकर ने मिलने के लिए बुलाया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि Mukesh Chandrakar का शव ठेकेदार के घर के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया है, जहां उनकी पीठ पर घाव के निशान देखे गए हैं। यह स्पष्ट है कि उनकी हत्या की गई और फिर उनका शव कंक्रीट की एक परत से ढक दिया गया था ताकि सबूत छिपाए जा सकें। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसआईटी का गठन किया है और इस घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।
यहां पढ़ें: Sanjay Nishad News: मंत्री संजय निषाद का विवादित बयान, कुछ अधिकारी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप
पत्रकार संघों और स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा की है, जिसमें एक बहादुर पत्रकार Mukesh Chandrakar की जीवन की कीमत चुकानी पड़ी है। मुकेश चंद्राकर को उनकी साहसिक पत्रकारिता के लिए जाना जाता था; वे उन चंद पत्रकारों में से एक थे जो नक्सलियों के क्षेत्र में भी घुसकर रिपोर्टिंग करते थे। दो साल पहले, उन्होंने बस्तर के जंगलों में जाकर सीआरपीएफ के जवानों को नक्सलियों के चंगुल से मुक्त करवाया था, जिसने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी।
इस हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उठा दिया है। पत्रकारों के संगठनों ने मुकेश के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मांग की है कि जल्द से जल्द हत्यारों को पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए। पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर बहस शुरू हो गई है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां वे अपनी जान जोखिम में डालकर सच्चाई सामने लाते हैं।
बीजापुर में पत्रकारों का एक समूह आईजी सुंदरराज पी से मिला है और उन्होंने इस मामले को तत्काल निपटाने की मांग की है। स्थानीय पत्रकारों ने मुकेश की असमय मृत्यु को एक बड़ा नुकसान बताया है और उनकी याद में विभिन्न आयोजनों की घोषणा की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की तह तक जाकर जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के कठघरे में लाया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि सच्चाई को सामने लाने की कीमत क्या हो सकती है, और क्या पत्रकारों को अपने काम के लिए अपनी जान भी देनी पड़ेगी?

RELATED POSTS

Mukesh Chandrakar Autopsy Report

सिर पर 15 फ्रैक्चर, टूटी गर्दन और जिगर के चार टुकड़े.. सामने आई रुह कपाने वाली मुकेश चंद्रकार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट

January 6, 2025
Journalist Mukesh Chandrakar: छत्तीसगढ़ के जिला बीजापुर से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है जहां एक जाने-माने पत्रकार, मुकेश चंद्राकर की हत्या की गई और उनका शव एक ठेकेदार के घर के सेप्टिक टैंक में मिला है। मुकेश चंद्राकर, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी बहादुरी और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे, पिछले दो दिनों से लापता थे। आज शाम उनकी लाश बरामद होने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
Mukesh Chandrakar ने हाल ही में एक विवादास्पद सड़क निर्माण परियोजना पर रिपोर्ट की थी, जिसकी कीमत 120 करोड़ रुपए थी। उन्होंने सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए एक स्टोरी प्रकाशित की थी, जिसके बाद इस परियोजना से जुड़े ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के खिलाफ जांच शुरू हो गई थी। इस रिपोर्टिंग के बाद, मुकेश को ठेकेदार के भाई, नरेश चंद्राकर ने मिलने के लिए बुलाया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि Mukesh Chandrakar का शव ठेकेदार के घर के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया है, जहां उनकी पीठ पर घाव के निशान देखे गए हैं। यह स्पष्ट है कि उनकी हत्या की गई और फिर उनका शव कंक्रीट की एक परत से ढक दिया गया था ताकि सबूत छिपाए जा सकें। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसआईटी का गठन किया है और इस घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।
यहां पढ़ें: Sanjay Nishad News: मंत्री संजय निषाद का विवादित बयान, कुछ अधिकारी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप
पत्रकार संघों और स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा की है, जिसमें एक बहादुर पत्रकार Mukesh Chandrakar की जीवन की कीमत चुकानी पड़ी है। मुकेश चंद्राकर को उनकी साहसिक पत्रकारिता के लिए जाना जाता था; वे उन चंद पत्रकारों में से एक थे जो नक्सलियों के क्षेत्र में भी घुसकर रिपोर्टिंग करते थे। दो साल पहले, उन्होंने बस्तर के जंगलों में जाकर सीआरपीएफ के जवानों को नक्सलियों के चंगुल से मुक्त करवाया था, जिसने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी।
इस हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उठा दिया है। पत्रकारों के संगठनों ने मुकेश के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मांग की है कि जल्द से जल्द हत्यारों को पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी सजा दी जाए। पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर बहस शुरू हो गई है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां वे अपनी जान जोखिम में डालकर सच्चाई सामने लाते हैं।
बीजापुर में पत्रकारों का एक समूह आईजी सुंदरराज पी से मिला है और उन्होंने इस मामले को तत्काल निपटाने की मांग की है। स्थानीय पत्रकारों ने मुकेश की असमय मृत्यु को एक बड़ा नुकसान बताया है और उनकी याद में विभिन्न आयोजनों की घोषणा की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की तह तक जाकर जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के कठघरे में लाया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि सच्चाई को सामने लाने की कीमत क्या हो सकती है, और क्या पत्रकारों को अपने काम के लिए अपनी जान भी देनी पड़ेगी?

Tags: Mukesh Chandrakar
Share196Tweet123Share49
Mayank Yadav

Mayank Yadav

Related Posts

Mukesh Chandrakar Autopsy Report

सिर पर 15 फ्रैक्चर, टूटी गर्दन और जिगर के चार टुकड़े.. सामने आई रुह कपाने वाली मुकेश चंद्रकार की पोस्टमार्टम रिपोर्ट

by Akhand Pratap Singh
January 6, 2025

Mukesh Chandrakar Autopsy Report: छत्तीसगढ़ में ठेकेदारों के घोटालों का खुलासा करने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकार की हत्या की क्रूरता...

Next Post
Mirzapur,

Mirzapur News: हैवानियत की घटना चोरी के शक में मासूम को बेरहमी से पीटा, Private Parts में डाली मिर्च

Delhi News: आख़िर क्यों कहा जा रहा है कबूतरों वाले चौराहे को बीमारी का अड्डा? आइए जानें क्या है पूरा मामला

Delhi News: आख़िर क्यों कहा जा रहा है कबूतरों वाले चौराहे को बीमारी का अड्डा? आइए जानें क्या है पूरा मामला

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version