नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। ‘Happy New Year 2025 Celebration and Wishes News in Hindi जनाब’ 2024 का विदाई हो गई और 2025 का आन-बान और शान के साथ शंखनाद हो गया। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोगों ने नए साल का जश्न धूमधाम से मनाया। प्रमुख शहरों में आतिशबाजी, संगीत, और खुशी का माहौल देखा गया। गांव-गली और मोहल्लों में डीजे की धुन में लोग थिरके। केट काटे गए और मिठाई बटी। एक-दूसरे को गले लगाकर नए साल की बधाई देने का सिलसिला शुरू हुआ, जो बदस्तूर जारी है। फतेहपुर के जलालपुर गांव में नागिन डांस पर शमनम के साथ रसगुल्ला बाई ने ठुमके लगाकर माहौल का खुशनुमा बना दिया।
रात को सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब
नए साल 2025 का आगाज हो गया। लोगों ने अपने-अपने तरीसे से नववर्ष को मनाया। कानपुर, फतेहपुर, लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और अन्य प्रमुख शहरों में हजारों लोग एक साथ इकट्ठा होकर नए साल का स्वागत करते नजर आए। देशभर में नए साल के जश्न में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, ताकि हर कोई सुरक्षित और आनंदपूर्ण माहौल में उत्सव मना सके। सोशल मीडिया पर नए साल के जश्न के लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं। अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वीडियो धमाल मचाए हुए हैं। एक ऐसा ही वीडियो जलालपुर गांव का सामने आया। जहां युवतियां नागिन डांस पर जमकर डांस करते हुए नजर आईं। रसगुल्ला बाई ने ऐसा शमा बांधी की पूरा गांव नए साल के जश्न में सराबोर हो गया।
बेहद आकर्षक और अद्भुत
जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में नए साल की पूर्व संध्या पर लाल चौक पर लोगों की भारी भीड़ जुटी। लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहने और उत्साह के साथ एक-दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दे रहे हैं। लोग यहां पर नए साल का स्वागत करने के लिए एकत्रित हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के शिमला में 2024 की आखिरी सूर्यास्त का नजारा ड्रोन कैमरे में कैद किया गया। शिमला की आइकोनिक रिज से यह दृश्य बेहद आकर्षक और अद्भुत था। कानपुर में भी नए साल की धूम हैं। लोग मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा लखनऊ का है। यहां भी आतिशबाजी हुई। ढोल नगाड़ों के साथ फिल्मी गानों की धुन में लोग थिरके।
घंटी बजाने की परंपरा
भारत के साथ ही एशिया के कई देशों में नए साल का आगाज हो चुका है, जिसमें चीन, हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया और फिलीपींस में बड़े पैमाने पर आतिशबाजी का आयोजन हुआ। लाखों लोग बीजिंग से लेकर कुआलालंपुर तक इकट्ठा हुए और 2024 को विदाई देते हुए 2025 का स्वागत किया। जापान और दक्षिण कोरिया ने 2025 का स्वागत किया। जापान में टोक्यो के टोकुदाई-जि मंदिर में लोग घंटी बजाने की परंपरा में शामिल हुए। जापान में इसी परंपरा से नया साल मनाते हैं। वहीं, दक्षिण कोरिया में 29 दिसंबर को हुए एक विमान हादसे में 179 लोगों की मौत के बाद, जश्न सादगीपूर्ण रहा। सियोल नगर निगम ने सालाना घंटी बजाने का कार्यक्रम बिना किसी प्रदर्शन के आयोजित किया।
कुछ अलग होता है यहां नववर्ष का जश्न
दुनियाभर में नए साल के मौके पर शानदार फायरवर्क्स का आयोजन किया जाता है। सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में सिडनी हार्बर ब्रिज और ओपेरा हाउस पर जबरदस्त आतिशबाजी हुई। जिसे लाखों लोगों ने लाइव देखा। दुबई (यूएई) का बुर्ज खलीफा फायरवर्क्स शो अपनी टेक्नोलॉजी और लाइट के लिए मशहूर है। न्यूयॉर्क (यूएसए) के टाइम्स स्क्वायर पर काउंटडाउन के बाद का फायरवर्क्स अनोखा होता है। रियो डी जेनेरियो (ब्राजील) के कोपाकबाना बीच और कैनबरा (ऑस्ट्रेलिया) के लेक बर्ली ग्रिफिन में भी खास शो होते हैं।
सबसे पहले यहां मनाया गया नया साल
दुनिया में सबसे पहले नए साल का आगाज किरीटीमाटी द्वीप पर 3.30 बजे हुआ। यह द्वीप प्रशांत महासागर में स्थित है और किरिबाती रिपब्लिक का हिस्सा है। यहां का समय भारत से 7.30 घंटे आगे है, यानी जब भारत में 3ः30 बजे होते हैं, तो किरीटीमाटी में नया साल शुरू हो जाता है। इसके बाद न्यूजीलैंड के टोंगा और चैथम द्वीप में नया साल मनाया जाता है। दूसरी ओर, सबसे आखिरी में नए साल का जश्न दक्षिण प्रशांत में अमेरिकी समोआ और नीयू द्वीप में होता है।