नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों और आतंकवादियों को मिट्टी में मिला दिया। पाक सेना ने पंख फड़फड़ाए तो भारत के रणबांकुरों ने आतंकी मुल्क के 11 से अधिक एयरपेसों को आग में तब्दील कर दिया। भारत ने पाक पर पानी से भी स्ट्राइक की तो वहीं दुनिया में आतंकीस्तान की पोल खोलने के लिए सात टीमों को दिल्ली से रवाना किया। एक टीम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को रखा गया। ओवैसी ने पाकिस्तान की ऐसी धुलाई की, जिससे अब पड़ोसी मुल्क के FATF के ग्रे लिस्ट में शमिल किए जानें के आसार बन गए हैं।
सउदी अरब में खड़े होकर खोली पाक की पोल
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। औवैसी सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया में जाकर पहलगाम आतंकी हमले के साथ ही पाकिस्तान की पोल खोली। उन्होंने सऊदी अरब की यात्रा के दौरान रियाद में कहा कि आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस डाला जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया जा रहा है। वे भारत में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
आसिम मुनीर का खुलेआम लिया नाम
ओवैसी ने एक तस्वीर की ओर भी इशारा किया, जिसमें पाकिस्तान के सेना प्रमुख के बगल में एक अमेरिकी नामित आतंकवादी बैठा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद से साफ-साफ रिश्ता दिखाता है। ओवैसी ने कहा .पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस लाया जाना चाहिए। यहीं से हम इन सभी आतंकवादी संगठनों के इस आतंकी वित्तपोषण को नियंत्रित कर पाएंगे। जब असीम मुनीर को पाकिस्तान में फील्ड मार्शल बनाया गया था, तब मोहम्मद एहसान नाम का एक अमेरिकी नामित आतंकवादी फील्ड मार्शल के ठीक बगल में बैठा था। इस फील्ड मार्शल के साथ हाथ मिलाते हुए उसकी तस्वीरें हैं। पाकिस्तान की संलिप्तता के स्पष्ट सबूत हैं। ये आतंकवादी समूह वहां फल-फूल रहे हैं, उन्हें वहां प्रशिक्षित किया जा रहा है।
पाकिस्तान रच रहा बड़ी साजिश
ओवैसी ने कहा, वे भारत में हिंदू मुस्लिम दंगे कराने की साजिश रच रहे हैं। वे भारत को अस्थिर करना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जांचकर्ताओं ने मुंबई हमलों के बाद पाकिस्तान को सारे सबूत दिए थे, लेकिन वैश्विक दबाव के कारण कार्रवाई करने तक कोई प्रगति नहीं हुई। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान ने पहले दावा किया कि मुख्य आरोपी साजिद मीर मर चुका है, लेकिन बाद में उसने स्वीकार किया कि वह जीवित है। ओवैसी ने कहा, ’26/11’ के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में मेरी सरकार, भारतीय जांचकर्ता पाकिस्तान गए, उन्हें सारे सबूत दिए, लेकिन पाक सरकार ने कुछ नहीं किया। ओवैसी ने बताया, जर्मनी में एक बैठक हुई और भारत चाहता था कि साजिद मीर पर अभियोग लगाया जाए, लेकिन पाकिस्तान ने कहा कि वह मर चुका है।
26/11 के मुख्य अपराधी अभी भी बेखौफ
औवैसी ने कहा, इसके बाद पाकिस्तान थ्।ज्थ् की समिति के सामने आया और कहा कि साजिद मीर जीवित है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि जो देश कह रहा था कि वह मर चुका है, अचानक वह जीवित हो गया। और फिर पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि हमारी अदालतों ने उसे 5 से 10 साल की सजा सुनाई है, लेकिन 26/11 के मुख्य अपराधी अभी भी बेखौफ हैं। उन्हें आतंकवाद के लिए नहीं, बल्कि धन शोधन के लिए दोषी ठहराया गया था। ओवैसी ने कहा कि भारतीय एजेंसियों ने हमलावरों और पाकिस्तान में उनके आकाओं के बीच बातचीत रिकॉर्ड की है, जिसमें आतंकवादियों से कहा गया था कि वे अधिक से अधिक लोगों को मारें और ऐसा करने पर उन्हें ’जन्नत’ मिलने का दावा किया गया था।
जो आतंकवादी पैदा करता है
ओवैसी ने आगे कहा, भारतीय कानूनी प्रणाली ने कानून की सभी उचित प्रक्रियाओं का पालन किया और अजमल कसाब को मौत की सजा सुनाई गई और उसने कई बातें बताईं। हमारी एजेंसियां उन ऑडियो बातचीत को रिकॉर्ड करने में सक्षम थीं, जिसमें पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी समूह की आतंकवादियों के साथ बातचीत हो रही थी, जो पांच सितारा होटलों में भारतीयों की हत्या कर रहे थे और उन बातचीत में उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि हिम्मत मत हारो, जितने भारतीयों को मार सकते हो मारो और तुम जन्नत जाओगे। यही वह बातचीत थी, जिसे रिकॉर्ड किया गया था। पाकिस्तान वह मुल्क है जो आतंकवादी पैदा करता है। ऐसे में अब दुनिया को पाकिस्तान पर सख्त कदम उठाने होंगे। नही तो आने वाले दिनों में ये मुल्क इंसानों के लिए बड़ा खतरा बन जाएगा।
कुबैत में भी गरजे ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के झूठे प्रोपेगेंडा की पोल कुबैत में भी खोली। उन्होंने कुवैत मे पाक को मिलने वाले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 2 अरब डॉलर के लोन का मुद्दा भी उठाया है। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर सकता है। इसलिए उसे फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट में वापस डालना चाहिए। ओवैसी ने कहा है कि भारत में पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमान हैं और वे उनसे कहीं ज्यादा इस्लाम के उसूलों पर चलते हैं। ओवैसी ने कहा, पाकिस्तान इस मुद्दे (धर्म) को उठाकर यह नहीं कह सकता कि वे मुसलमान हैं। भारत में मुसलमानों की आबादी ज्यादा है, और हम (भारतीय मुसलमान) उनसे (पाकिस्तान) ज्यादा ईमानदार हैं। उनसे ज्यादा हमें अल्लाह और उनके रसूल से हमें मोहब्बत है।