नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। सावधान, पाकिस्तान की बदनाम खूफिया एजेंसी अब भारत के अंदर जासूसों की फौज खड़ी करने के लिए व्हाट्सएप, टेलीग्राम और अन्य एन्क्रिप्टेड ऐप्स का सहारा ले रही है। पाक में बैठे आईएसआई के एजेंट यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कपड़ा फेरी, प्राइवेट जॉब और जन सुविधा केंद्र की आड़ में जासूसी का बड़ा नेटवर्क तैयार कर रहे हैं। खुराफाती पाक एजेंसी के एजेंट अब इन्हीं लोगों से संपर्क बना रहे हैं। किसी को खूबसूरत लड़की, तो किसी को धर्म और पैसे का लालच देकर अपने जाल में फंसा रहे हैं।
आईएसआई की साजिश का खुलासा
अपने जन्म के बाद से पाकिस्तान भारत के अंदर खलल पैदा करता आ रहा है। युद्ध के मैदान में मार खाने वाला पड़ोसी मुल्क भारत को स्थिर करने के लिए करीब तीन दशक से आतंकियों का सहारा ले रहा है। पाक सरकार, पाक आर्मी की मदद वहां की बदनाम खूफिया एजेंसी आईएसआई कर रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद आईएसआई के दर्जनभर से ज्यादा जासूसों को भारत की खूफिया एजेंसियों के साथ ही पुलिस ने पकड़ा। पकड़े गए जासूसों ने आईएसआई की खतरनाक साजिश का खुलासा किया है। आईएसआई अब जासूसों की भर्ती के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेना शुरू कर दिया है, जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है।
लड़की, धन-धर्म का भी तड़का
हाल ही में पानीपत से पकड़े गए शामली के कैराना निवासी नोमान इलाही को पुलिस ने अरेस्ट किया था। नोमान ने पाकिस्तान के लिए जासूसी किए जानें की बात कबूल की थी। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि आईएसआई यूपी के कैराना के अलावा अन्य जनपदों में बेरोजगार युवाओं को अपना निशाना बनाया। इन्हें मामूली पैसों के बदले संवेदनशील सूचनाएं भेजने के लिए तैयार किया। पाक जासूस ने खुलासा किया कि, आईएसआई युवकों को फंसाने के लिए खूबसूरत लड़कियों को लगाती है। धर्म का तड़का के साथ ही पैसे का लालच देती है। आईएसआई की लड़कियां युवकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए फंसाती हैं और फिर जासूसी को काम सौंपती हैं।
कुछ ऐसे की रेकी
अगर यूपी के शामली जिले की बात करें तो यहां के कैराना कस्बे के कई युवक आईएसआई एजेंटों के संपर्क में पाए गए हैं। सोशल मीडिया, फर्जी सिम और ऑनलाइन पेमेंट के जरिए ये युवक संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान भेजने का काम कर रहे हैं। कई आरोपियों ने ’कपड़ा फेरी’ यानी फुटपाथ पर कपड़े बेचने जैसे छोटे व्यवसाय की आड़ में विभिन्न स्थानों की रेकी शुरू की। इनका टारगेट-सेना के मूवमेंट, कैंट एरिया और सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तस्वीरें और जानकारी जुटाना था। पुलिस की मानें तो आईएसआई ने नोमान के अलावा कई अन्य युवकों को इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए जासूस बनाया और इन्हीं प्लेटफॉर्म से गुप्त सूचनाएं हासिल की।
मुरादाबाद से भी पकड़ा गया पाक जासूस
उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधक दस्ते ने हाल ही में मुरादाबाद से एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने व्यापार की आड़ में देश से गद्दारी की। यह युवक कपड़े और अन्य वस्तुओं का पाकिस्तान के साथ व्यापार करता था, लेकिन इस काम के पीछे एक खतरनाक साजिश छिपी थी। जांच में सामने आया है कि यह युवक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारत में जासूसी कर रहा था। एटीएस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे पाकिस्तान से टेलीग्राम के जरिए कॉल आई। कॉल करने वाले एक लड़की थी। लड़की से बातचीत शुरू हुई और फिर हमदोनों के बीच प्यार हो गया। लड़की ने आईएसआई के एजेंट से मेरी बात करवाई। इसके बाद मैं आईएसआई के लिए जासूसी करने लगा।
रामपुर से दबोचा गया पाक जासूस
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में रामपुर के टांडा निवासी शहजाद को पकड़ा गया है। आरोपी तीन बार पाकिस्तान जा चुका है। एक बार वह पत्नी को लेकर भी गया था।एटीएस जांच में खुलासा हुआ है कि शहजाद ने भारत में रह रहे आईएसआई एजेंटों को फर्जी नाम-पते पर सिम कार्ड दिलवाए और रुपयों की भी व्यवस्था की। इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स से संपर्क में रहने के लिए किया जाता था। शहजाद ने कई बार भारत के कई हिस्सों से लोगों को तस्करी के बहाने पाकिस्तान भेजा। इन यात्राओं के लिए जरूरी वीजा और दस्तावेज आईएसआई एजेंटों के माध्यम से बनवाए गए।
वाराणसी से पाक जासूस अरेस्ट
वाराणसी से यूपी एटीएस ने तुफैल नामक एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद का चहेता तुफैल पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करने के साथ ‘गजवा ए हिन्द’ करने, बाबरी मस्जिद का बदला लेने और भारत मे शरीयत लागू करने सम्बन्धी संदेश साझा करता था। तुफैल लगभग 600 से अधिक पाकिस्तानी नम्बरों के सर्म्पक में था। तुफ़ैल फेसबुक के माध्यम से फैसलाबाद पाकिस्तान निवासी नफीसा नाम की एक महिला के संपर्क था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में है। तुफैल ने भारत के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों के चित्र और उनसे जुड़ी जानकारियां पाकिस्तानी नम्बरों पर शेयर की थी।
हिसार की ज्योति आईएसआई के मॉड्यूल का हिस्सा
हरियाणा के हिसार में पकड़ी गई यूट्यूबर और जासूस हसीना ज्योति मल्होत्रा से अब तक हुई पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। इसमें सबसे बड़ा खुलासा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बड़े मॉड्यूल को लेकर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा इस मॉड्यूल का हिस्सा थी और उसके जरिए ही इस मॉड्यूल का खुलासा हुआ है। मामले की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का भी खुलासा होता जा रहा है। इसमें साफ हो गया है कि पाकिस्तान कैसे तकनीक का इस्तेमाल अपने जासूसी नेटवर्क को चलाने के लिए कर रहा था। पाक खूफिया एजेंसी आईएसआई डिजिटल तरीके से युवकों को अपने जाल में फंसाती है और फिर जासूसी के काम पर लगा देती है। अधिकतर पकड़े गए सभी आरोपी सोशल मीडिया के जरिए ही आईएसआई के संपर्क में आए हैं। ऐसे में अगर अननोन नंबर से कॉल आए तो उसे रिसीब नहीं करें। आशंका होने पर पुलिस को सूचना दें।