Indian Army-भारतीय सेना के इतिहास में 1971 के युद्ध का बहुत महत्व है। उस समय पाकिस्तान के जनरल नियाजी ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर किया था। वह दिन था 16 December, जिसे हम विजय दिवस के रूप मनाते है इस ऐतिहासिक घटना की एक तस्वीर भारतीय सेना प्रमुख के ऑफिस में दशकों तक लगी रही। यह तस्वीर भारतीय सेना की ताकत और गौरव का प्रतीक थी।
लेकिन अब यह तस्वीर हटा दी गई है। उसकी जगह एक नई पेंटिंग लगाई गई है, जो भारतीय सेना की मौजूदा प्राथमिकताओं और सैन्य रणनीतियों को दिखाती है। यह कदम भारतीय सेना के फोकस में बदलाव का संकेत है।
पेंटिंग में क्या है खास?
नई पेंटिंग में लद्दाख के पैंगोंग लेक का खूबसूरत दृश्य दिखाया गया है। इसमें आधुनिक सैन्य उपकरण जैसे टैंक, ऑल-टेरेन व्हीकल्स, अपाचे हेलिकॉप्टर और बोट्स हैं। यह भारतीय सेना के तकनीकी विकास और आधुनिक सोच को दर्शाता है।
पेंटिंग में महाभारत के अर्जुन के रथ को खींचते भगवान कृष्ण और चाणक्य की युद्धनीति का भी चित्रण है। यह सब मिलकर भारतीय सेना के धार्मिक और रणनीतिक दृष्टिकोण को दिखाते हैं।
पाकिस्तान से हटकर चीन पर ध्यान
इस पेंटिंग के जरिए यह स्पष्ट संकेत दिया गया है कि भारतीय सेना का मुख्य फोकस अब पाकिस्तान से हटकर चीन पर है। बदलते समय और जरूरतों के साथ भारतीय सेना ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है।
2020 में पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ हुई झड़पों ने दिखाया कि भारतीय सेना हर परिस्थिति में तैयार है। पेंटिंग में दिखाए गए उपकरण और तकनीक इस बात का सबूत हैं कि सेना अब और आधुनिक और सक्षम हो चुकी है।
आत्मनिर्भर भारत और आधुनिक सेना
नई पेंटिंग केवल एक चित्र नहीं है, यह आत्मनिर्भर भारत की सोच को भी दर्शाती है। इसमें दिखाए गए उपकरण भारतीय तकनीक और आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पेंटिंग भारतीय सेना के तीनों अंगों – थलसेना, वायुसेना और नौसेना – के तालमेल को दिखाती है। यह आधुनिक युद्ध तकनीकों और समन्वित ऑपरेशन की क्षमता को भी उजागर करती है।
चाणक्य की नीति और गीता का संदेश
भारत ने हमेशा से अपनी रणनीति को चाणक्य की नीति और गीता के सिद्धांतों से प्रेरित किया है। जहां चीन शुन त्जू की “आर्ट ऑफ वॉर” पर चलता है, वहीं भारतीय सेना गीता और चाणक्य की सोच के साथ आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करती है।
इस पेंटिंग में यह संदेश छिपा है कि भारत अपनी परंपराओं और आधुनिकता के तालमेल से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
चीन के खिलाफ सख्त संदेश
यह पेंटिंग केवल भारत की सैन्य ताकत नहीं दिखाती, बल्कि चीन को एक सख्त संदेश भी देती है। इसमें दिखाया गया है कि भारत जमीन, हवा और समुद्र में एक साथ कार्रवाई करने में सक्षम है।
भारतीय सेना ने चीन के 2020 के आक्रमण को नाकाम किया और उसे बातचीत की मेज पर आने के लिए मजबूर किया। इस पेंटिंग के जरिए यह साफ संदेश दिया गया है कि भारत अब चीन जैसी बड़ी शक्तियों से टकराने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भविष्य की रणनीति का प्रतीक
यह पेंटिंग भारतीय सेना के दृढ़ संकल्प और आधुनिक तैयारी का प्रतीक है। यह दर्शाती है कि भारतीय सेना केवल देश की रक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्र के मूल्यों और न्याय की रक्षा के लिए भी संघर्ष कर रही है।
यह पेंटिंग बताती है कि आने वाले समय में भारतीय सेना किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम है। यह न केवल एक पेंटिंग है, बल्कि भारत की आधुनिक सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भर सोच का प्रतीक है।]