अहमदाबाद ऑनलाइन डेस्क। गुजरात के अहमदाबाद में बृहस्पतिवार को बड़ा प्लेन हादसा हुआ। एअर इंडिया की फ्लाइट नंबर एएल-171, जो लंदन के लिए उड़ी, लेकिन चंद मिनट के अंदर वह धू-धू कर जलने लगी। प्लेन क्रैश होने से 241 यात्रियों समेत 266 लोग मारे गए। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एअर इंडिया विमान हादसे की जगह पर पहुंचे। पीएम मोदी ने मंत्रियों और अधिकारियों से दर्दनाक हादसे की जानकारी ली। पीएम मोदी के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे।
अहमदबाद प्लेन क्रैश के बाद पीएम नरेंद्र मोदी एक्टिव हुए। रेस्क्यू ऑपरेशन समेत हर गतविधि पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने देरशाम ही गृहमंत्री अमित शाह को दुर्घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया था। शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी भी मौके पर पहुंचे। मंत्री-अधिकारियों से बातचीत की और हादसे के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री उस जगह भी गए जिस हॉस्टल पर विमान गिरा था। पीएम नरेंद्र मोदी डॉक्टर्स से भी मिले। यहां से पीएम मोदी का काफिला अहमदाबाद के सिविल अस्पताल पहुंचा। पीएम नरेंद्र मोदी ने ं रमेश विश्वास से मुलाकात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने रमेश विश्वास का हाल जाना। इस दौरान रमेश विश्वास ने हमले की पूरी कहानी पीएम मोदी को बताई।
पीएम नरेंद्र मोदी अस्पताल के सी7 वार्ड में भी गए, जहां 25 घायलों का इलाज चल रहा है। उन्होंने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों से भी बातचीत की। पीएम मोदी ने अहमदाबाद विमान हादसे वाली जगह और अस्पताल का दौरान करने के बाद सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया है। पीएम ने लिखा, ‘अहमदाबाद में हुए विमान हादसे से हम सभी स्तब्ध हैं। इतने सारे लोगों की अचानक और हृदय विदारक तरीके से हुई मौत को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। हम उनके दर्द को समझते हैं और यह भी जानते हैं कि उनके पीछे जो खालीपन रह गया है, वह आने वाले कई सालों तक महसूस किया जाएगा। ओम शांति’।
यात्री रमेश विश्वास ने मीडिया को बताया कि सब कुछ मेरी नजरों के सामने हुआ। मुझे खुद भरोसा नहीं हो रहा कि मैं कैसे उसमें से जिंदा बाहर निकल सका। क्रैश होने के बाद कुछ देर के लिए मुझे लगा कि मैं भी मरने ही वाला हूं। जब आंख खुली तो एहसास हुआ कि मैं जिंदा हूं। मैंने सीट बेल्ट खोला और मैंने बाहर निकलने की कोशिश की। मेरी नजरों के सामने एयर होस्टेस और कुछ अंकल-आंटी खत्म हो गए। विश्वास ने बताया कि टेक ऑफ होते ही एक मिनट बाद 5-10 सेकंड के लिए लगा कि प्लेन कहीं फंस गया है। बाद में प्लेन में हरी और सफेद लाइटें ऑन हो गईं। फिर उसकी रफ्तार अचानक बढ़ गई और वह तेज रफ्तार के साथ एक इमारत (हॉस्टल) से जा टकराया।
विश्वास ने बताया कि मैं जिस तरफ था, वहां से प्लेन जमीन की तरफ क्रैश हुआ था। वहां थोड़ी जगह थी। मैं जहां था, वहां प्लेन का दरवाजा टूटा। वहां थोड़ी जगह बनी। मैंने बाहर आने की कोशिश की तो मैं बाहर आ पाया। विमान के अंदर मेरी विपरीत दिशा जो लोग बैठे थे, प्लेन क्रैश होने पर उनकी तरफ इमारत की दीवार आ गई, शायद इसलिए वो नहीं निकल पाए। जब भीषण आग लगी तो मेरा एक हाथ भी जल गया। फिर मैं पैदल चलकर कुछ दूर आया। फिर एंबुलेंस मिल गई और अस्पताल पहुंच सका। बता दें, अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट नंबर ।प्-171 में रमेश विश्वास 11ए सीट पर बैठे थे। रमेश की उम्र 40 वर्ष है और वे एक ब्रिटिश नागरिक हैं।
अहमदाबाद से लंदन जाने वाला एअर इंडिया का विमान गुरुवार दोपहर 1338 बजे टेकऑफ हुआ था। एअर इंडिया के मुताबिक बोइंग 787-8 मॉडल के इस विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। यात्रियों में 169 भारतीय नागरिकों समेत ब्रिटेन, पुर्तगाल और कनाडा के नागरिक शामिल थे। इस भीषण हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत कुल 266 लोगों की मौत हुई है। इनमें 241 लोग विमान में सफर कर रहे थे। बाकी हताहत लोग विमान के क्रैश होते समय मेघाणीनगर में घटनास्थल पर मौजूद थे। इस भयानक हादसे में भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश ही एकमात्र जीवित बचे हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।