Rajya Sabha: क्या राज्यसभा में एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच शक्ति संतुलन बदलेगा, 2026 में कितनी सीटें होंगी खाली

2026 में राज्यसभा की कई सीटें खाली होंगी। इससे एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच शक्ति संतुलन बदल सकता है। बड़े नेताओं का भविष्य और राजनीतिक रणनीतियां इस चुनाव से तय होंगी।

Rajya Sabha Big Change 2026: साल 2026 राज्यसभा की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम साबित होने वाला है। अप्रैल, जून और नवंबर 2026 में उच्च सदन की बड़ी संख्या में सीटें खाली होने जा रही हैं। इसका सीधा असर एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच मौजूदा ताकत के संतुलन पर पड़ सकता है। कई राज्यों में एक साथ चुनाव होने से राजनीतिक हलचल तेज होने की पूरी संभावना है।

आगामी राज्यसभा चुनावों में बिहार से 5 और उत्तर प्रदेश से 10 सीटें खाली होंगी। इसके अलावा महाराष्ट्र, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भी सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इतनी बड़ी संख्या में सीटों के खाली होने से सभी दलों की रणनीति पर असर पड़ना तय है।

वरिष्ठ नेताओं की वापसी पर सवाल

2026 में कई बड़े और अनुभवी नेताओं का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, दिग्विजय सिंह, शरद पवार जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं। वहीं एनडीए की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, बीएल वर्मा, रवनीत सिंह बिट्टू और जॉर्ज कुरियन का कार्यकाल भी खत्म होगा।

इन नेताओं को दोबारा संसद भेजा जाएगा या उनकी जगह नए चेहरों को मौका मिलेगा, यह पूरी तरह राजनीतिक हालात और दलों की रणनीति पर निर्भर करेगा। ऐसे में कई वरिष्ठ नेताओं का भविष्य फिलहाल अनिश्चित नजर आ रहा है।

अप्रैल और नवंबर में खाली होंगी कई सीटें

अप्रैल 2026 में बिहार की 5 राज्यसभा सीटें खाली होंगी, जिनके लिए मार्च तक चुनाव होने की संभावना है। वहीं नवंबर 2026 में महाराष्ट्र की 7 सीटें भी रिक्त हो जाएंगी। इसके साथ ही झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में भी एक साथ बदलाव देखने को मिल सकता है।

उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर रहेगी नजर

उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की 10 सीटें नवंबर 2026 तक खाली हो जाएंगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कई सांसदों का कार्यकाल भी इसी दौरान समाप्त होगा। इससे साफ है कि बदलाव का दायरा काफी बड़ा होगा।

मौजूदा संख्या और आने वाला मुकाबला

फिलहाल राज्यसभा में एनडीए के पास 129 सीटें हैं, जबकि विपक्ष के पास 78 सीटें हैं। 2026 के चुनाव इस अंतर को कम या ज्यादा कर सकते हैं। यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल इन चुनावों को लेकर अभी से तैयारी में जुट गए हैं।

बिहार में इन नेताओं का होगा कार्यकाल समाप्त

बिहार में 9 अप्रैल 2026 को राज्यसभा की 5 सीटें खाली होंगी। इनमें आरजेडी के प्रेम चंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह, जेडीयू के हरिवंश नारायण सिंह, केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं। बिहार की सियासत में इन सीटों को लेकर खासा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

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