नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम स्थित आसीएच दफ्तर में एक दूर्लभ प्रजाति के सांप की एंट्री से हड़कंप मच गया। इस उड़ने वाले सांप को तक्षक नाम से बुलाया जाता है, जो 100 फीट तक छलांग लगा सकता है। सूचना पर स्नेक कैचर रमेश महतो मौके पर पहुंचे और तक्षक को रेस्क्यू किया। पकड़ा गया सांप मादा थी। झारखंड में पहली बार ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक मिली है।
कितना जहरीला होता है तक्षक सांप
झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम स्थित आरसीएच दफ्तर के अंदर दुलर्भ प्रजाति के सांप को देख कर्मचारी खौफ से कांप गए और सभी भाग खड़े हुए। दफ्तर में पाए गए सांप को तक्षक नाग भी कहा जाता है, जो उड़ने के साथ ही 100 फीट की छलांग भी सकता है। बताया जाता है कि इसी तक्षक नाग ने राजा परीक्षित को काटा था। सूचना पर सांप कैचर रमेश कुमार महतो मौके पर पहुंचे और नागिन को पकड़ा। यह झारखंड में इस प्रजाति का पहला रेस्क्यू है। यह सांप हल्का जहरीला होता।
तक्षक सांप की उम्र 12 साल
रमेश कुमार महतो ने बताया कि यह झारखंड में ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक का पहला रेस्क्यू है। इस सांप में थोड़ा जहर होता है जिससे यह शिकार पकड़ता है। यह सांप छोटी छिपकलियां खाता है। इसे तक्षक नाग भी कहते हैं। रेस्क्यू किया गया सांप मादा है और इसकी लंबाई तीन फीट से अधिक है। यह सांप एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाकर शिकार करता है। यह 50 से 100 फीट तक छलांग लगा सकता है। इसकी उम्र लगभग 12 साल होती है। यह सांप अपनी खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। इसका शरीर चमकीले रंगों से सजा होता है, जिससे यह गहनों जैसा दिखता है। यही कारण है कि इसे ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक कहा जाता है।
एक तरीके से लहराता है दुर्लभ सांप
इस सांप को लेकर जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी की तरफ से जानकारी दी है। संस्था के मुताबिक, यह दुर्लभ सांप एक तरीके से लहराता है। इससे वायुगतीय बल उतपन्न होता है। सांप जब उड़ते हैं, तो वो अपने आकार को बदलते हैं। सापों की गति और वायुगतीय बल इसे आकाश में तैरने का भ्रम उतपन्न करने में सक्षम बनाते हैं। एक शोध के मुताबिक, फ्लाइंग स्नेक अपने एरोडायनेमिक शरीर की वजह से छलाक लगाकर दूर तक जा सकते हैं। इस गुण के कारण खतरों से बचने में उन्हें मदद मिलती है।
तक्षक को कहा जाता है नागों का राजा
प्रजापति कश्यप की पत्नी कद्रू से तक्षक नाग उत्पन्न हुआ था। कद्रू से एक हजारों सापों का जन्म हुआ था। तक्षक नाग वासुकी से छोटा व दूसरे सांपों में सबसे भयानक था, जो पाताल लोक के आठ मुख्य नागों में से एक है। तक्षक नाग को नागों का राजा भी कहा जाता है। तक्षक को भगवान शिव के गले में रहने वाले नागराज वासुकी का छोटा भाई माना जाता है। महाभारत काल में जब पांडवों के पौत्र परीक्षित शासन कर रहे थे, तक्षक नाग ने ही उन्हें काटा था।