Success Story:आजकल भारत में शादी का सीज़न शुरू हो चुका है और अगर बात हो शादी के कपड़ो की तो जो सब से पहला नाम दिमाग़ में आता है वो है मान्यवर।जहाँ आपको सिर्फ़ शादी के ही नहीं तीज त्योहार के कपड़े भी मिलते हैं और वो भी स्टाइलिश और किफायती दामों पर ।मान्यवर को हर कोई जानता है भारत के हर बड़े शहर में इसके शो रूम हैं। आइए जानते इनकी सफलता की कहानी।
शुरुआत से बुलंदियों तक का सफर
Ravi Modi की यात्रा साधारण रही। कोलकाता में 2002 में स्थापित वेदांत फैशन्स, आज मान्यवर, मोहे, मंथन, मेबाज और त्वमेव जैसे लोकप्रिय ब्रांडों की मालिक है। इस ब्रांड ने शादी और त्योहारों के परिधान में खास पहचान बनाई है।2022 में Vedant fashion का आईपीओ बेहद सफल रहा। इसने ब्रांड की प्रमुखता को और मजबूत किया और रवि मोदी को भारत के सबसे अमीर लोगों में शामिल कर दिया। उनकी कहानी केवल मेहनत और दूर दृष्टि से सफलता पाने की मिसाल है।
दुकान से सपनों तक का सफर
रवि मोदी ने 13 साल की उम्र में अपने पिता की कपड़ों की दुकान पर काम शुरू किया। यहीं से उन्हें फैशन और व्यापार की समझ मिली। कुछ साल बाद, उन्होंने अपनी मां से 10,000 रुपये उधार लेकर खुद का कारोबार शुरू किया।उनकी इसी सोच ने ‘मान्यवर’ को जन्म दिया। आज मान्यवर कुर्ते, शेरवानी, जैकेट्स, लहंगे और साड़ियों के लिए जाना जाता है। इसकी लोकप्रियता को बॉलीवुड सितारों जैसे विराट कोहली, अनुष्का शर्मा, रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के विज्ञापनों ने और बढ़ाया।
भारत और विदेश में पहचान
Vedant fashion के पास 248 भारतीय शहरों में 662 स्टोर्स और 16 इंटरनेशनल आउटलेट हैं। कंपनी की वर्तमान कीमत 32,000 करोड़ रुपये है। वहीं, रवि मोदी की कुल संपत्ति करीब 28,000 करोड़ रुपये हो गई है।2023 में वह भारत के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 64वें स्थान पर थे। साथ ही, फोर्ब्स की वर्ल्ड बिलियनेयर्स लिस्ट में 1,238वें स्थान पर रहे।
रवि मोदी की कहानी से सीख
रवि मोदी का सफर दिखाता है कि सपने और मेहनत से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है। 10,000 रुपये से शुरू हुआ उनका सफर आज 32,000 करोड़ रुपये के साम्राज्य तक पहुंच चुका है। उनकी कहानी प्रेरणा देने वाली है।