नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी (Corona Pendemic) की रोकथाम के लिए लगी पाबंदियों की वजह से दो साल तक बंद रहने के बाद भारत से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (Regular International Flights) का परिचालन रविवार यानी आज से दोबारा शुरू होने जा रहा है. दो साल बाद नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन के लिए हवाईअड्डों और विमानन कंपनियों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. भारतीय एयरलाइंस के अलावा एमिरेट्स और वर्जिन अटलांटिक जैसी विदेशी एयरलाइंस भी नियमित उड़ानों की बहाली को लेकर खासी रोमांचित हैं।
राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (आईजीआईए) को उम्मीद है कि अप्रैल के पहले हफ्ते से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में खासी तेजी आएगी. महामारी से बुरी तरह प्रभावित रहा विमानन उद्योग धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है और नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से उसमें नई जान आने की संभावना है.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी एक आदेश के में कहा गया है कि शेड्यूल्ड फॉरेन कैरियर्स (Scheduled Foreign Carriers) ने अपने अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मंजूरी के लिए आवेदन किया है. समर शेड्यूल 2022 इस साल 27 मार्च 2022 से 29 अक्टूबर तक प्रभावी है. मॉरीशस, मलेशिया, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका, इराक और अन्य सहित 40 देशों की कुल 60 विदेशी एयरलाइनों को समर शेड्यूल 2022 के दौरान भारत के लिए 1783 फ्रीक्वेंसी संचालित करने की मंजूरी दी गई है।
भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन 23 मार्च 2020 से ही बंद है. कोविड महामारी की पहली लहर आने के साथ ही इस पर रोक लगी थी और समय के साथ वह पाबंदी बढ़ती चली गई. लेकिन अब यह रोक खत्म होने का वक्त आ गया है. रविवार से भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नियमित तौर पर शुरू हो जाएंगी।
कोरोना के कारण सीमित व्यवस्था में हुई उड़ानें संचालित
हालांकि कुछ देशों के साथ बायो-बबल व्यवस्था के तहत कोरोना काल में भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती रही हैं लेकिन वह एक सीमित व्यवस्था रही है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गत आठ मार्च को ऐलान कर दिया था कि 27 मार्च 2022 से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जाएंगी. इसके साथ ही कोविड रोकथाम संबंधी प्रावधानों को भी संशोधित किया गया है।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विली बोल्टर ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इंडिगो अंतरराष्ट्रीय परिचालन को कोविड-पूर्व स्तर पर ले जाने को उत्सुक है लेकिन यह अन्य देशों के आगमन संबंधी नियमों पर भी निर्भर करेगा. देश के सबसे बड़े हवाईअड्डे आईजीआईए का परिचालन करने वाली कंपनी डीआईएएल ने उम्मीद जताई है कि यहां से 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होने लगेंगी।