Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग पर INDIA गठबंधन की मंगलवार को अहम बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव), आरजेडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीआईएम, आईयूएमएल, सीपीआई, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, वीसीके, केरल कांग्रेस, एमडीएमके और सीपीआई (एमएल) समेत कुल 16 विपक्षी दलों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
बैठक के बाद सभी दलों ने मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक साझा पत्र लिखा, जिसमें संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई है। आम आदमी पार्टी ने हालांकि इस मुद्दे पर अलग से प्रधानमंत्री को पत्र लिखने का निर्णय लिया है।कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद जब पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की गई, तब विपक्ष ने न केवल सेना बल्कि सरकार का भी पूरा साथ दिया था। अब जब युद्धविराम की घोषणा हो चुकी है, तो यह जरूरी है कि सरकार इस पूरे ऑपरेशन पर संसद को ब्रीफ करे। इसी मकसद से हमने विशेष सत्र की मांग की है।
SP वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने उठाया सवाल
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने सवाल उठाया, “आप पूरी दुनिया को ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दे रहे हैं, लेकिन देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था – संसद – को अब तक अंधेरे में रखा गया है।” वहीं, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने तंज कसते हुए कहा, “हमने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है कि इस अहम मुद्दे पर संसद में चर्चा हो।
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अगर अमेरिका के कहने पर मोदी जी युद्ध रोक सकते हैं, तो क्या देश के विपक्ष की मांग पर संसद सत्र नहीं बुलाया जा सकता? क्या अब हमें ट्रंप से कहकर संसद बुलवानी पड़ेगी?” विपक्ष का कहना है कि इतने संवेदनशील मुद्दे पर पारदर्शिता और लोकतांत्रिक चर्चा जरूरी है, ताकि देश की जनता को सरकार की रणनीति और स्थिति की सही जानकारी मिल सके।