Prasanna Shankar Divorce: यूएस-आधारित एचआर टेक कंपनी रिपलिंग के सह-संस्थापक और 10 बिलियन डॉलर के मालिक प्रसन्ना शंकर ने अपने तलाक और बच्चे की हिरासत को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ा खुलासा किया है। शंकर ने अपनी अलग रह रही पत्नी दिव्या शशिधर और चेन्नई पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वह कानून प्रवर्तन से बचने के लिए अपने नौ वर्षीय बेटे अमर के साथ तमिलनाडु से बाहर छिपे हुए हैं। शंकर का दावा है कि पुलिस उन्हें बेबुनियाद आरोपों में फंसाकर अवैध रूप से ट्रैक कर रही है। एक्स पर पोस्ट किए गए वायरल थ्रेड में शंकर ने अपनी दर्दनाक कहानी बयां की है।
तलाक और बेवफाई का संग्राम
चेन्नई के मूल निवासी और एनआईटी त्रिची के पूर्व छात्र Prasanna Shankar ने अमेरिका में अपनी कंपनी खड़ी करने से पहले भारत में बतौर कोडर नंबर वन का खिताब जीता था। कॉलेज के दिनों में ही दिव्या से मुलाकात हुई और दोनों ने शादी कर ली। नौ साल पहले उनके बेटे अमर का जन्म हुआ। लेकिन शंकर के अनुसार, उनका रिश्ता तब बिगड़ गया जब उन्हें पता चला कि दिव्या का अनूप कुट्टीशंकरन नामक व्यक्ति के साथ छह महीने पुराना कथित संबंध है।
My name is Prasanna, who previously founded Rippling (worth $10B); I'm going through a divorce. I'm now on the run from the Chennai police hiding outside of Tamil Nadu. This is my story.
— Prasanna S (@myprasanna) March 23, 2025
Prasanna Shankar ने सबूत के तौर पर दिव्या और अनूप के बीच संदेशों के स्क्रीनशॉट और होटल बुकिंग के स्क्रीनशॉट साझा किए, जो अनूप की पत्नी ने प्रदान किए थे। तलाक की प्रक्रिया विवादास्पद हो गई, जब शंकर ने दावा किया कि दिव्या ने समझौते के बदले लाखों डॉलर की मांग की। बातचीत विफल होने पर, दिव्या ने शंकर के खिलाफ घरेलू हिंसा, बलात्कार और निजी वीडियो प्रसारित करने के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
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अंतरराष्ट्रीय विवाद और हिरासत की लड़ाई
Prasanna Shankar ने दावा किया कि सिंगापुर पुलिस ने सभी आरोपों की जांच की और उन्हें निर्दोष करार दिया। इसके बाद उन्होंने भारत में तलाक के लिए अर्जी दी, जबकि दिव्या ने अमेरिका में वित्तीय समझौते के लिए अर्जी लगाई। शंकर का आरोप है कि दिव्या ने उनके बेटे को अमेरिका में अगवा कर लिया था। कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया और अमर को भारत भेजने का आदेश दिया।
इसके बाद दोनों ने 50-50 हिरासत पर सहमति जताते हुए एमओयू साइन किया, जिसमें शंकर को दिव्या को ₹9 करोड़ और ₹4.3 लाख मासिक भुगतान करना था। लेकिन शंकर का दावा है कि दिव्या ने बेटे का पासपोर्ट जमा करने से इनकार कर दिया।
पुलिस पर उत्पीड़न के आरोप
तनाव तब और बढ़ गया जब दिव्या ने Prasanna Shankar पर अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। गिरफ्तारी के डर से शंकर ने बेटे के साथ छिपने का फैसला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चेन्नई पुलिस उनके फोन, कार, यूपीआई लेनदेन और आईपी पते को अवैध रूप से ट्रैक कर रही है।
शंकर ने यह भी कहा कि उनके दोस्त गोकुल को बिना एफआईआर के हिरासत में लिया गया और उन पर शंकर का ठिकाना बताने का दबाव डाला गया। सोशल मीडिया पर शंकर के समर्थन में कई लोग सामने आए हैं, जबकि दिव्या ने शंकर पर वित्तीय कदाचार और यौन दुराचार के आरोप लगाए हैं।
शंकर ने “उत्पीड़न न करें” याचिका दायर करने की योजना बनाई है। यह मामला भारत में हाई-प्रोफाइल तलाक और हिरासत विवादों की जटिलताओं पर नए सिरे से बहस छेड़ रहा है।