Trump tariff policy and India’s trade strategy : जब से डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभाला है, उन्होंने कई फैसले लिए हैं, जिनका असर पूरी दुनिया पर पड़ा है। खासतौर पर टैरिफ वॉर ने कई देशों को मुश्किल में डाल दिया है। ट्रंप ने साफ कह दिया है कि अगर कोई देश अमेरिकी सामान पर इंपोर्ट टैरिफ लगाएगा, तो अमेरिका भी उस देश पर उतना ही शुल्क लगाएगा। ट्रंप सरकार की इस नीति से खासकर विकासशील देशों को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। भारत भी इससे अछूता नहीं है, क्योंकि भारत से बड़ी मात्रा में सामान अमेरिका को निर्यात किया जाता है। ज्यादा टैरिफ लगाने से भारत के एक्सपोर्ट पर असर पड़ सकता है, लेकिन भारत ने इसके लिए पहले से मजबूत रणनीति तैयार कर ली है, जिससे इसका प्रभाव कम किया जा सके।
भारत का action plan
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। जब उनसे पूछा गया कि भारत टैरिफ घटाने की ट्रंप की मांग पर क्या कर रहा है, तो उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच इस पर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि हर देश इस मुद्दे पर अलग प्रतिक्रिया देगा, लेकिन भारत इसे बुद्धिमानी से हैंडल कर रहा है। भारत ने हाल ही में कई देशों के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत की है, जिसमें अमेरिका भी शामिल है। इस चर्चा में मुख्य रूप से टैरिफ कम करने, व्यापार बाधाओं को हटाने और सप्लाई चेन को मजबूत करने पर जोर दिया गया है।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता
सूत्रों के अनुसार, फरवरी 2025 में भारत और अमेरिका ने बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण पर बातचीत करने पर सहमति जताई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने इस वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए अपने वरिष्ठ प्रतिनिधियों को नियुक्त किया था।इसके तहत, भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल 3 से 6 मार्च 2025 के बीच वाशिंगटन गया था। वहां भारतीय टीम ने अमेरिकी वाणिज्य सचिव और व्यापार प्रतिनिधियों के साथ व्यापार और टैरिफ से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की।
पहले भी हुई थी बातचीत
यह पहली बार नहीं है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और टैरिफ पर चर्चा हुई है। ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी दोनों देशों ने सीमित व्यापार समझौते पर बातचीत की थी, लेकिन उस समय कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया था।
हाल ही में, भारत ने ऑस्ट्रेलिया, UAE, स्विट्जरलैंड और नॉर्वे जैसे कई बड़े देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं, जिनके तहत टैरिफ को कम किया गया है। इसी तरह की बातचीत अब यूरोपीय संघ और UK के साथ भी चल रही है। इसलिए, अमेरिका के साथ हो रही वार्ता को भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
भारत ने ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से निपटने के लिए पहले ही मजबूत रणनीति बना ली है। अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता जारी है और भारत ने कई देशों के साथ अपने टैरिफ कम किए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। दोनों देशों के हितों को ध्यान में रखते हुए आगे बातचीत होगी, जिससे भारत को ज्यादा नुकसान ना हो।अमेरिका से बातचीत जारी है और भारत कई देशों के साथ टैरिफ कम करने पर सहमति बना चुका है।