भारत में उबर शिकारा चलाने वालों से कोई फीस नहीं लेगा। कंपनी ने शुरुआत में सात शिकारा बोट्स को शामिल किया है, और लोगों के रिस्पॉन्स के आधार पर इसे धीरे-धीरे बढ़ाने की योजना है। उबर यूजर्स सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर शिकारा बोट बुक कर सकेंगे। कंपनी के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि उबर अपने शिकारा पार्टनर्स यानी शिकारा बोट चलाने वालों से कोई शुल्क नहीं लेगा, और ग्राहकों से प्राप्त पूरी राशि उन्हें दी जाएगी।
15 दिन पहले करा सकते हैं बुकिंग
उबर शिकारा की सवारी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच 1 घंटे के लिए बुक की जा सकती है, जिसमें शिकारा घाट नंबर 16 से अधिकतम 4 यात्रियों को अनुमति दी जाती है। उबर शिकारा की सवारी 12 घंटे से लेकर 15 दिन पहले तक बुक की जा सकती है। डल झील पर करीब 4,000 शिकारा नावें हैं, और उबर को और अधिक शिकारा साझेदार जोड़ने की उम्मीद है।
उबर की यह सेवा शिकारा ऑपरेटरों के बिजनेस को बढ़ावा देगी, क्योंकि ऐप पर निर्धारित दरों पर नावों की बुकिंग की सुविधा दी जाएगी, जिससे पर्यटकों को आसानी होगी। बुकिंग से शिकारा ऑपरेटरों को स्थिर आय भी मिलेगी। उम्मीद है कि पर्यटकों की प्रतिक्रिया के आधार पर अधिक शिकारा ऑपरेटर उबर से जुड़ेंगे। आपको बता दें कि श्रीनगर में पहले से ही उबर की कैब सर्विस उपलब्ध है।