PMAY-G: Prime Minister Awas Yojana Gramin प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का मकसद है कि गांवों में रहने वाले गरीब लोगों को पक्के और सुरक्षित घर दिए जाएं। यह योजना खास उन लोगों के लिए है जो या तो कच्चे मकानों में रह रहे हैं या जिनके पास रहने को कोई ढंग की छत नहीं है। सरकार इस योजना के तहत घर बनाने के लिए आर्थिक मदद देती है, जिससे जरूरतमंद लोग अपनी रहने की बुनियादी ज़रूरतें पूरी कर सकें। लेकिन यह योजना सभी के लिए नहीं है। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो तय मानदंडों के चलते इस स्कीम का लाभ नहीं ले सकते। आइए जानते हैं कौन-कौन लोग इस योजना से बाहर हो सकते हैं।
जिनके पास पहले से दो या उससे ज्यादा कमरे हैं
अगर किसी के पास पहले से पक्का मकान है जिसमें दो से ज्यादा कमरे हैं, तो वो इस योजना के लिए योग्य नहीं माना जाता। यह योजना सिर्फ उनके लिए है जिनके पास रहने को सही घर नहीं है।
जिनके पास टू-व्हीलर या चार-व्हीलर है
अगर आप निजी इस्तेमाल के लिए बाइक, स्कूटी या कार रखते हैं, तो आपको पीएमएवाई-जी का लाभ नहीं मिलेगा। यह योजना उन लोगों के लिए बनाई गई है जिनकी आर्थिक हालत कमजोर है।
जिनके पास कृषि उपकरण हैं
अगर किसी व्यक्ति के पास खेती करने के लिए थ्री व्हीलर या फोर व्हीलर जैसे आधुनिक मशीनें या ट्रैक्टर हैं, तो वो भी योजना के दायरे से बाहर हो जाते हैं।
जो लोग व्यापार करते हैं
अगर कोई व्यक्ति रजिस्टर्ड गैर-कृषि व्यवसाय करता है जैसे कि कोई दुकान या छोटा उद्योग, तो उसे भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
जो इनकम टैक्स या प्रोफेशनल टैक्स भरते हैं
अगर कोई इनकम टैक्स या प्रोफेशनल टैक्स देता है, तो वह पीएमएवाई-जी के लिए अपात्र माना जाता है। यह स्कीम केवल गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए है।
जिनके घर में फ्रिज या लैंडलाइन जैसी चीजें हैं
अगर किसी के घर में फ्रिज, लैंडलाइन फोन जैसे आधुनिक घरेलू उपकरण मौजूद हैं, तो इससे यह माना जाता है कि उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी है और उन्हें योजना की जरूरत नहीं है।
जिनके पास बड़ी सिंचाई योग्य जमीन है
अगर किसी के पास ढाई एकड़ या उससे ज्यादा सिंचाई योग्य जमीन है और सिंचाई के लिए साधन भी हैं, तो ऐसे व्यक्ति को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
जिनके पास ऊंची क्रेडिट कार्ड लिमिट है
अगर किसी के पास ₹50,000 या उससे ज्यादा लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड है, तो वो भी इस योजना से वंचित रहेगा।
जिनके परिवार में कोई सरकारी नौकरी करता है
अगर परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है, तो पूरा परिवार इस योजना के दायरे से बाहर हो जाता है, क्योंकि सरकार इसे सिर्फ वंचित तबके के लिए चलाती है।