Feel colder in winter:अक्सर हम देखते हैं कि एक ही मौसम में कुछ लोग ठंड से कांपते रहते हैं, जबकि कुछ को ठंड का असर कम लगता है। ऐसा क्यों होता है। इसका जवाब विज्ञान में छिपा है। कई कारक हैं जो ठंड महसूस करने की हमारी क्षमता को प्रभावित करते हैं। आइए, इसे सरल तरीके से समझते हैं।
शरीर की बनावट का असर
ठंड महसूस करने में हमारी शारीरिक बनावट बड़ी भूमिका निभाती है। पतले लोगों को ठंड ज्यादा लगती है क्योंकि उनके शरीर में फैट की परत कम होती है। फैट शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। वहीं, मोटे लोगों में फैट का इन्सुलेशन उन्हें ठंड से बचाता है।
महिलाएं को ज्यादा ठंड लगती है
महिलाओं को आमतौर पर पुरुषों से ज्यादा ठंड लगती है। इसका कारण उनके शरीर का मेटाबॉलिज्म और हार्मोनल संरचना है। महिलाओं की त्वचा पतली होती है, जिससे गर्मी जल्दी बाहर निकल जाती है। इसके अलावा, उनके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अंगों की बजाय त्वचा पर ज्यादा केंद्रित होता है।
उम्र का प्रभाव
उम्र बढ़ने के साथ ठंड महसूस करने की क्षमता भी बदलती है। बूढ़े लोग युवा लोगों की तुलना में ज्यादा ठंड महसूस करते हैं। इसकी वजह है उनका धीमा मेटाबॉलिज्म और मांसपेशियों की कमी।
मेटाबॉलिज्म का खेल
मेटाबॉलिज्म यानी शरीर की ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म तेज होता है, उन्हें ठंड कम लगती है क्योंकि उनका शरीर लगातार गर्मी पैदा करता है। वहीं, जिनका मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, उन्हें ठंड ज्यादा लगती है।
स्वास्थ्य की स्थिति
बीमारियों का भी ठंड महसूस करने पर असर पड़ता है। जैसे थायरॉयड की समस्या होने पर ठंड ज्यादा लगती है। वहीं, एनीमिया या लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को भी ठंड अधिक लगती है क्योंकि उनका शरीर गर्मी कम पैदा करता है।
ठंड से बचाव के टिप्स
शरीर को गर्म रखने के लिए लेयरिंग करें। गर्म भोजन और पेय पदार्थ लें। नियमित एक्सरसाइज करें, जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़े, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर डाइट लें। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने के लिए मालिश करें।हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए ठंड महसूस करने का अनुभव भी अलग होता है। इन कारणों को समझकर आप ठंड का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े, हेल्दी डाइट, और एक्सरसाइज का सहारा लें। जीवनशैली में बदलाव से भी मदद मिलेगी।