अल्ट न्यूज का फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर एक बार फिर धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर सुर्खियों में है। एक बार फिर उसपर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगा है। बता दें कि सोशल मीडिया पर मोहम्मद जुबैर का एक पोस्ट बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे लेकर लोगों ने जुबैर की गिरफ्तारी की मांग की है। दरअसल जुबैर की पोस्ट में ब्रिटेन के नवनियुक्त प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति को भगवान राम और माता सीता के रूप में दर्शाया गया है। ये पोस्ट करते हुए जुबैर ने लिखा है कि नहीं कोई इंग्लिश्तानी…. एक दिल चाहिए that’s made in India.. ओ हो हो made in India… जिसे लेकर अब बवाल मच गया है। इस ट्वीट में मेड इन इंडिया की आड़ में जुबैर ने भगवान श्रीराम और माता सीता का मजाक उड़ाया।
धर्म निरपेक्षता की आड़ में बनाया हिंदुओं की आस्था को निशाना
मोहम्मद जुबैर के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है। लोगों ने जुबैर पर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं आहत करने का आरोप लगाते हुए उसकी गिरफ्तार करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि धर्म निरपेक्षता को आड़ बनाकर हर बार हिंदुओं की आस्था को निशाना बनाया जाता रहा है। मोहम्मद जुबैर भी यही काम कर रहे है। आपको बता दें कि इससे पहले भी जुबैर को धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में जुबैर गिरफ्तार किया जा चुका है।
अरब देशों को भी भड़काने की कोशिश की
गौरतलब है कि मोहम्मद जुबैर ने नूपुर शर्मा का एडिटेड और एकपक्षीय वीडियो शेयर किया था। उसने पूरे देश को नफरत की आग में झोंकने के साथ ही भारत के खिलाफ अरब देशों को भी भड़काने की कोशिश की थी। मोहम्मद जुबैर के कारण ही देश में ‘सर तन से जुदा’ का आतंक फैला था। जिसके चलते इस्लामिक कट्टरपंथियों ने उदयपुर के कन्हैया साहू सहित कई हिंदूओं का सरकलम कर दिया था।
हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की
बता दें कि मोहम्मद जुबैर के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस ने जून 2021 में मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट को सांप्रदायिक रंग देने के आरोप में ट्विटर सहित 9 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दरअसल वीडियो वायरल करते हुए ये आरोप लगाया गया था कि में एक मुस्लिम व्यक्ति की दाढ़ी काटकर उससे जबरदस्ती जय श्री राम बुलवाया गया है। इस वीडियो के वायरल होते ही मुस्लिम पत्रकारों ने हिंदुओं को बदनाम करना शुरू कर दिया। लेकिन जब गाजियाबाद पुलिस ने मुस्लिम लड़कों को गिरफ्तार किया तो मामला ठंडा हुआ।
‘जय श्री राम’ का नारा लगाकर प्रदर्शन
इसके बाद मोहम्मद जुबैर ने तनिष्क विवाद का फायदा उठाया। दरअसल उसने ट्विटर पर इंदौर के एक शोरूम का वीडियो शेयर किया। जिसमें ये आरोप लगाया गया कि तनिष्क के शोरूम के बाहर ‘जय श्री राम’ का नारा लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ लोग शोरूम में घुसकर काम कर रहें लोगों को डरा धमका रहे है। फिर इस वीडियो की जांच हुई तो पता चला कि जुबैर शोरूम के अंदर की तस्वीरों और ‘जय श्री राम’ के नारे की आवाज को आधार बनाकर हिन्दुओं को आक्रामक साबित करना चाहता था।
पॉस्को एक्ट के तहत FIR
बता दें कि इससे पहले जुबैर ने 07 अगस्त, 2020 को एक ट्विटर यूजर को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करने की कोशिश की थी। उसने एक नाबालिग बच्ची की तस्वीर सार्वजानिक की। जिसमें ये बताया गया था कि बच्ची उस यूजर की पोती थी और जुबैर के ट्वीट के बाद उसे रेप की धमकियां मिली थी। जिसके बाद जुबैर पर नाबालिग लड़की की ऑनलाइन प्रताड़ना का आरोप लगा। पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत जुबैर पर एफआईआर दर्ज की।