Monday, November 10, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home विदेश

Gen-Z आंदोलन थमा, अब नई सरकार की चुनौती, युवाओं ने आम चुनाव,जवाबदेही और पारदर्शिता की मांगों का ड्राफ्ट किया सार्वजनिक

नेपाल में Gen-Z आंदोलन थम गया है। युवाओं ने आम चुनाव, पारदर्शिता और सेना की सीमित भूमिका वाली अंतरिम सरकार की मांग की है। हिंसा की निंदा करते हुए जवाबदेही की बात कही।

SYED BUSHRA by SYED BUSHRA
September 12, 2025
in विदेश
nepal gen z protest new government
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Gen Z Protest Ends in Nepal: नेपाल में युवाओं का Gen-Z आंदोलन अब लगभग शांत हो चुका है। गुरुवार को कुछ इलाकों में ही उपद्रव की घटनाएं सामने आईं, लेकिन बड़े स्तर पर हिंसा नहीं हुई। अब सबसे बड़ी चुनौती देश में नई सरकार का गठन करना है। आंदोलनकारी युवाओं ने अपनी प्रमुख मांगों का एक ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें आम चुनाव कराने और शासन में पारदर्शिता लाने की बात कही गई है।

क्या है युवाओं की मांग

युवाओं की पहली मांग है कि संसद को तुरंत भंग किया जाए। दूसरी मांग है कि देश में नागरिक और सैन्य अधिकारियों की भागीदारी वाली सरकार बने, लेकिन सेना की भूमिका को सीमित रखा जाए। इसके अलावा युवाओं ने कहा है कि अगले एक साल के अंदर आम चुनाव कराए जाएं। साथ ही, नेताओं और राजनीतिक दलों की संपत्ति की जांच के लिए एक मजबूत न्यायिक आयोग बनाया जाए, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लग सके।

RELATED POSTS

No Content Available

आंदोलन का उद्देश्य विनाश नहीं, जवाबदेही है

आंदोलन से जुड़े युवाओं ने कहा कि उनका मकसद देश में तबाही मचाना नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका प्रदर्शन भ्रष्टाचार से ग्रस्त व्यवस्था के खिलाफ था। आंदोलन के दौरान हुई आगजनी, तोड़फोड़, लूटपाट और हिंसा की उन्होंने निंदा की। युवाओं ने कहा कि जो लोग हिंसक घटनाओं में शामिल हैं, वे न तो उनका प्रतिनिधित्व करते हैं और न ही उनकी पीढ़ी की आवाज हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें कानून के अनुसार सजा दी जाए, ताकि आंदोलन की गरिमा बनी रहे और पारदर्शिता सुनिश्चित हो।

अंतरिम सरकार की मांग

आंदोलनकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति के औपचारिक नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार बनाई जाए, जिसका नाम “संयुक्त नागरिक-सैन्य संकट प्रबंधन परिषद” हो। इस परिषद की कार्यकारी अध्यक्षता कुलमन घीसिंग करें। इसमें जस्टिस आनंद मोहन भट्टाराई भी शामिल किए जाएं। परिषद में सेना की भूमिका केवल सुरक्षा, स्थिरता और निष्पक्ष निगरानी तक सीमित रहे। युवाओं का कहना है कि इस अंतरिम सरकार का उद्देश्य सिर्फ नए चुनाव कराना होना चाहिए, न कि लंबे समय तक शासन चलाना।

युवाओं की यह मांग देश में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए उठाई गई है। अब देखना होगा कि नेपाल की नई सरकार इन मांगों को किस तरह लागू करती है और देश को स्थिरता की ओर लेकर जाती है।

Tags: Gen Z protest Nepal
Share196Tweet123Share49
SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Related Posts

No Content Available
Next Post
Gomti River

Gomti River पर बनेगा पेडेस्ट्रियन ब्रिज, लखनऊ में पर्यटन को मिलेगा नया आकर्षण

UP Panchayat Akhilesh

थाने में मौत! अखिलेश बोले– BJP की अंदरूनी लड़ाई का शिकार आम कार्यकर्ता

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version