Bird Flu Alert : गोरखपुर में बर्ड फ्लू संक्रमण के चलते एक बाघिन की मौत होने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में वन्यजीव सुरक्षा को लेकर सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर राज्य के कई चिड़ियाघरों और लायन सफारी पार्कों में पर्यटकों की एंट्री अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
वन विभाग सक्रिय
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद वन विभाग सक्रिय हो गया है और संक्रमण की रोकथाम के लिए कई दिशा-निर्देश लागू कर दिए गए हैं। अब जिले में किसी भी पक्षी या जानवर की मौत पर पोस्टमॉर्टम अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि मौत का सही कारण स्पष्ट हो सके। यदि पोस्टमॉर्टम में बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है, तो आगे की कार्यवाही उसी के अनुसार की जाएगी।
इसके अलावा, सभी प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की नियमित गिनती करने के निर्देश भी दिए गए हैं। किसी भी क्षेत्र में पक्षियों की संख्या में अचानक वृद्धि या गिरावट की स्थिति में रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। वन कर्मियों को यह भी निर्देशित किया गया है कि यदि किसी पक्षी या जानवर की संदिग्ध मृत्यु होती है, तो उसे केवल पीपीई किट पहनकर ही छूना है, ताकि संक्रमण का खतरा कम किया जा सके।
CM योगी ने दिए आदेश
लखनऊ में मंगलवार को आयोजित बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बर्ड फ्लू की आशंका को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को अलर्ट रहने और फील्ड में सक्रिय निगरानी बनाए रखने के आदेश दिए। इसी सिलसिले में गोरखपुर के जिला वन अधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि जिलेभर में निगरानी तेज कर दी गई है। यदि बड़ी संख्या में प्रवासी या स्थानीय पक्षियों की मौत होती है, तो उसकी सूचना इकट्ठा कर विस्तृत रिपोर्ट बनाई जाएगी।
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इसके साथ ही वेटलैंड क्षेत्रों में कार्यरत फील्ड स्टाफ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध स्थिति में वे तत्काल उच्चाधिकारियों से संपर्क करें और मौके पर आवश्यक चिकित्सकीय सहायता प्रदान करें। अब हर क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी केवल दिसंबर या पीक सीज़न तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे वर्ष नियमित रूप से गणना और निरीक्षण किया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य बर्ड फ्लू संक्रमण की समय रहते पहचान कर उसे फैलने से रोकना और वन्यजीवों तथा आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।