Yamuna Expressway, reduced speed limit:यमुना एक्सप्रेसवे पर कम होगी वाहनों की स्पीड, नई स्पीड लिमिट 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक स्पीड लिमिट घटाई गई है।
यमुना और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों के लिए अहम खबर है। 15 दिसंबर से इन सड़कों पर वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाई जाएगी। सर्दियों में कोहरे और सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश ट्रैफिक पुलिस ने यह फैसला लिया है।
क्यों घटाई जा रही है स्पीड
उत्तर प्रदेश यातायात पुलिस ने सर्दियों के दौरान सड़क पर कम दृश्यता और चिकनी सड़कों के कारण बढ़ते हादसों को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। ट्रैफिक डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि कोहरे के कारण वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है। इस फैसले से सड़क पर होने वाले हादसों को कम करने की कोशिश की जाएगी।
हाल की दुर्घटना ने बदला रुख
19 नवंबर को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर एक बस दुर्घटना के बाद यह फैसला लिया गया। मथुरा की ओर जा रही बस खराब दृश्यता के कारण रुके हुए वाहन से टकरा गई। इस हादसे में 17 लोग घायल हुए थे। इस घटना ने ट्रैफिक अधिकारियों को सुरक्षा उपायों को लेकर सतर्क कर दिया।
नई स्पीड लिमिट क्या होगी?
15 दिसंबर से 15 फरवरी तक स्पीड लिमिट में बदलाव इस प्रकार होगा:
यमुना एक्सप्रेसवे:
हल्के वाहनों के लिए: 100 किमी/घंटा से घटाकर 75 किमी/घंटा।
भारी वाहनों के लिए: 80 किमी/घंटा से घटाकर 60 किमी/घंटा।
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नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे:
हल्के वाहनों के लिए: 100 किमी/घंटा से घटाकर 75 किमी/घंटा।
भारी वाहनों के लिए: 60 किमी/घंटा से घटाकर 50 किमी/घंटा।
नियम तोड़ने पर सख्त जुर्माना
अगर कोई नई स्पीड लिमिट का पालन नहीं करता, तो उसे जुर्माना भरना होगा:
हल्के वाहन के लिए 2000 रुपए।
भारी वाहन के लिए 4000 रुपए।
सुरक्षा के लिए अन्य कदम
अधिकारियों ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ और उपाय किए हैं:
एक्सप्रेसवे पर ज्यादा रोशनी की व्यवस्था।
ट्रक ड्राइवरों को चाय देकर उनकी थकान दूर करने की कोशिश।
आपातकालीन स्थिति के लिए 15 गश्ती वाहन, 6 एंबुलेंस, 6 क्रेन, और 6 फायर टेंडर तैनात किए जाएंगे