Monsoon Return : उत्तर प्रदेश में मॉनसून के लौटने की संभावना, कौन से जिले प्रभावित होंगे, क्या है अगले 48 घंटे का अनुमान

उत्तर भारत और पूर्वी राज्यों में 11-14 अक्टूबर तक मॉनसून सक्रिय रहेगा। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट है। मौसम विभाग ने सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

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Monsoon Active in Northern India:यदि आप उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र में रहते हैं, तो मौसम विभाग ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। तेज बारिश आपके रोजमर्रा के कार्यक्रमों और यात्राओं को प्रभावित कर सकती है। अधिकारियों ने कहा है कि लोग बिजली के खंभों और पेड़ों के पास न खड़े हों और पानी जमा होने वाले इलाकों में सावधानी रखें।

पिछले मॉनसून अपडेट

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मॉनसून पहले ही 24 और 26 सितंबर को लौट चुका था। इसके बाद कुछ दिनों के लिए बारिश बंद हो गई थी। इस समय प्रदेश में शुष्क पछुआ और उत्तरी-पश्चिमी हवाएं बह रही हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यही हवाएं मॉनसून की वापसी में मदद करेंगी।

इस बदलाव के चलते प्रदेश में बारिश का दायरा धीरे-धीरे बढ़ सकता है। अगले 48 घंटों में मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश के दौरान कुछ इलाकों में तेज हवा और बिजली गिरने की संभावना भी है।

मानसून की वापसी और सक्रियता

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब धीरे-धीरे विदाई की ओर बढ़ रहा है, लेकिन कुछ हिस्सों में इसकी गतिविधि जारी है। मानसून की वापसी रेखा वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी और शाहजहांपुर के कुछ इलाकों से होकर गुजर रही है।

अगले 2-3 दिनों में यह रेखा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों तक फैल सकती है। इस दौरान इन क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव

उत्तर प्रदेश में मौसम 11, 12 और 13 अक्टूबर को और अधिक गंभीर हो सकता है। मौसम विभाग ने इन तीन दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है।

बारिश के साथ हवाएं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती हैं। तेज बारिश और हवा के कारण कई क्षेत्रों में सड़क और निचले इलाकों में पानी जमा होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

प्रभावित जिले

उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग ने बलिया, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हाथरस, कासगंज, सीतापुर, बहराइच, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, अलीगढ़, बदायूं, बुलंदशहर, संभल, हापुड़, अमरोहा, मेरठ और बिजनौर जिलों में 10 से 13 अक्टूबर तक बारिश की संभावना जताई है। इन इलाकों में हवाएं 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। हाल की बारिश ने मथुरा और नोएडा जैसे क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न की है।

पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में बारिश

पूर्वी भारत के ओडिशा में 10 से 12 अक्टूबर के बीच कई स्थानों पर बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तर-पूर्वी राज्यों असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 10 से 13 अक्टूबर के बीच भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

उप-हिमालयी क्षेत्रों पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने किसानों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है।

सावधानियां और भविष्य की तैयारी

मौसम विभाग ने लोगों से कहा है कि सड़क और निचले इलाकों में यात्रा करते समय सतर्क रहें, बिजली गिरने और तेज हवाओं के दौरान घर के अंदर रहें। किसानों को भी अपने फसल और पशुपालन की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

अधिकारियों के अनुसार, अगले 3-4 दिनों में मॉनसून की गतिविधि पूरे उत्तर और पूर्वी भारत में सक्रिय रहेगी, जिससे तापमान में गिरावट और नमी में वृद्धि होगी।

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