International Ministerial Conference: दिल्ली में ‘No Money For Terror Funding’ पर पाकिस्तान एक बार फिर हुआ बेनकाब, प्रधानमंत्री मोदी ने कही ये बात

प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का दिल्ली में शुक्रवार से ‘No money for terror’ सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसके चलते आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने पूरी तरह से नकेल कस ली हैं। आज से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन की शुरुआत सुबह 9:30 बजे ताज होटल में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में 72 देशों के प्रतिनिधी शामिल हुए थे। हालांकि इसमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान देश ने हिस्सा नहीं लिया।

आतंक का खात्मा होने पर ही चैन से बैठेंगे

अंतरराष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन के चलते प्रधानमंत्री मोदी बोले, जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे । उन्होंने कहा, यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम आतंकवाद के वित्तपोषण की जड़ पर प्रहार करें। चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार का क्षेत्र। कोई भी उस इलाके को पसंद नहीं करता जहां लगातार आतंकवार का खतरा बना रहता है। इससे आम जनता की रोजी-रोटी पर भी असर पड़ रहा है।

फंडिंग रोकने के लिए कॉन्फ्रेंस बहुत अहम

‘No money for terror’ सम्मेलन के आयोजन के पीछे नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के डायरेक्टर जनरल ने गुरुवार को बताया कि ये कॉन्फ्रेंस बहुत अहम है। जिसमे 72 देशों के प्रतिनिधि और 15 मल्टीनेशनल आ रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इसे संबोधित करेंगे।

महानिदेशक ने की पीएम की तारीफ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा, बीते आठ वर्षों में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ केंद्र की जीरो टॉलरेंस नीति की भी सराहना की और कहा कि इसने देश के सुरक्षा परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा, आतंकी फंडिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत के पास इसका सबूत हैं।

आतंकवाद को मिलने वाले धन पर चर्चा होगी

एजेंसी के डायरेक्टर ने बताया दो दिनों तक चल रहें अंतरराष्ट्रीय मंत्रीस्तरीय सम्मेलन में चार में वैश्विक आतंकवाद, उसे मिलने वाले धन, आतंकवाद को औपचारिक व अनौपचारिक मदद, टेरर फंडिंग के नए उभरते तकनीकी तरीके और आतंकवाद के खिलाफ अंतराराष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा की। क्रिप्टोकरेंसी व क्राउडफंडिंग से आतंकवाद को पोषित करने व सोशल मीडिया की कमजोर मॉनिटरिंग जैसे विषयों पर भी विचार- विमर्श हुआ।

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