जिस रावण को दुनिया आज तक कोसती आ रही हैं आज उसी लंकापति रावण के अपमान से लोग भड़क गए हैं। और भड़के भी क्यों नहीं ,ये हिन्दू समाज हैं ही ऐसा ये अपने पौराणिक कथाओ या उनसे जुड़े लोगो का अपमान कभी नहीं सहेगा। जी बिलकुल सही सुना आपने। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ आने वाली है। साउथ सुपरस्टार प्रभास और सैफ अली खान की अपकमिंग मूवी आदिपुरुष का फर्स्ट लुक जारी होते ही विवाद शुरू हो गया है।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, डिप्टी CM बृजेश पाठक
फिल्म के टीजर की बात करे तो उसमे प्रभास और कृति सेनन को राम और सीता के रोल में दिखाया गया है और उन्हें लोगो ने बेहद पसंद भी किया है, लेकिन रावण के रोल में दिख रहे सैफ अली खान और हनुमान बने देवदत्त गजानन नागे के लुक को लेकर लोगो ने नाराजगी जाहिर की है। फ़िल्म आदि पुरुष को लेकर कभी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा तो कभी डिप्टी CM बृजेश पाठक यानि अब तक सिर्फ राजनीतिक दल ही विरोध का झंडा उठाए हुए थे लेकिन अब साधु संत भी फिल्म का विरोध करने लगे हैं.

पौराणिक चरित्रों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्रीज को इस्लामिक कारण बता दिया है महामंडलेश्वर ने कहा हैं कि पहले साउथ में बनने वाली फिल्मों से कुछ उम्मीद रहती थी लेकिन अब वह भी निराश कर रहे हैं.इसके अलावा अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी फिल्म में सैफ अली खान के लुक की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘भगवान शिव के भक्त लंकापति रावण की भूमिका में सैफ अली खान का चित्रण ऐसे किया गया है जैसे आतंकी खिलजी या चंगेज खान या औरंगजेब है। माथे पर ना हीं तिलक है ना ही त्रिपुंड। हमारे पौराणिक चरित्रों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं।’