Delhi Assembly elections 2025 : सीएम आतिशी आज नहीं भर पाई नामांकन, क्यों अचानक जाना पड़ा चुनाव आयोग जानिए इसकी वजह

मुख्यमंत्री आतिशी सोमवार को नामांकन दाखिल नहीं कर सकीं क्योंकि उन्हें चुनाव आयोग जाना पड़ा। अब उनके पास 17 जनवरी तक का समय है। उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए 40 लाख रुपये का चंदा इकट्ठा करने की अपील की है और भ्रष्टाचारमुक्त राजनीति पर जोर दिया है।

Atishi nomination delay

Atishi nomination delay : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, लेकिन मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को नामांकन नहीं किया। नियम के अनुसार, उम्मीदवार को दोपहर तीन बजे तक डीएम ऑफिस पहुंचना होता है। हालांकि, आतिशी को चुनाव आयोग जाना पड़ा, जिस वजह से वह समय पर नहीं पहुंच पाईं। अब उनके पास अगले पांच दिनों तक का समय है। नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी है।

चुनाव की तारीखें और प्रक्रिया

दिल्ली की सभी 77 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। 18 जनवरी को उम्मीदवारों की छंटनी होगी और 20 जनवरी नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है। चुनाव आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार 10 फरवरी तक पूरा चुनावी प्रक्रिया खत्म हो जाएगी।

मंदिर और गुरुद्वारे के बाद जाना था डीएम ऑफिस

आतिशी को कालकाजी विधानसभा सीट से टिकट मिला है। उनकी योजना थी कि सोमवार को कालकाजी मंदिर और गुरुद्वारा जाकर उसके बाद अब नामांकन दाखिल करेंगी। लेकिन अचानक उन्हें चुनाव आयोग जाना पड़ा। इस वजह से वह डीएम ऑफिस नहीं पहुंच सकीं।

आतिशी का चंदा जुटाने का नया तरीका

चुनाव लड़ने के लिए आतिशी ने 40 लाख रुपये चंदा इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है। उनका कहना है कि गलत तरीके से पैसा जुटाना उनके लिए आसान है, लेकिन वह यह नहीं करतीं। उन्होंने आम जनता से चंदा देने की अपील की है। आतिशी ने कहा कि अन्य पार्टियां बिजनेसमैन से पैसा लेकर उनके लिए काम करती हैं, लेकिन उनकी पार्टी अलग है। 2013 में जब आम आदमी पार्टी ने पहला चुनाव लड़ा था, तो घर घर जाकर 10 रुपये से 500 रुपये तक चंदा इकट्ठा किया था। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार भी जनता उनका साथ देगी।

चुनाव में भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति

आतिशी का कहना है कि उनकी पार्टी का मकसद साफ और ईमानदार राजनीति करना है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि अगर वे चंदा देंगे, तो यह पैसे पूरी तरह से जनता के हित में इस्तेमाल होंगे।

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