मुम्बई ऑनलाइन डेस्क। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर सियासी पारा अपने पूरे सवाब पर है। राजनीतिक दलों के नेता लाव-लश्कर के साथ 2024 का दंगल जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। आसमान में ‘उड़नखटोले’ चक्कर लगा रहे हैं और रैली, जनसभाओं के शोर से शहर-शहर, गांव-गांव सराबोर हैं। वादों और नारों के बीच असदु्द्दीन ओवैसी ने भी सियासी पिच पर ताबड़तोड़ बैटिंग शुरू कर दी है। उन्होंने एक जनसभा में खुद को ‘दामाद’ बताते हुए लोगों के बीच लव लेटर का जिक्र करते हुए पढ़ा। हैदराबाद के ‘भाईजान’ की धमाकेदार एंट्री ने 408 मुस्लिम कैंडीडेट का ब्लडप्रेशर बढ़ा दिया है। पहली बार राज्य में 420 मुस्लिम प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 12 उम्मीदवार असदु्द्दीन ओवैसी की पार्टी से हैं।
ओवैसी को पुलिस ने थमाया नोटिस
महाराष्ट्र (Maharashtra Assembly Elections) में 12 फीसदी मुस्लिम मतदाता है, जो पांच दर्शन सीटों पर अपना सियासी प्रभाव रखते है। महायुति और महाविकास अगाड़ी की नजर इन्हीं वोटर्स पर है। जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन भी पूरी ताकत के साथ चुनाव के मैदान में है। ओवैसी की पार्टी के कुल 16 कैंडीडेट सियासी दंगल में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से 12 मुस्लिम और 4 हिन्दू उम्मीदवार है। सोलापुर में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन एक रैली को संबोधित करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने स्टेज पर ही ओवैसी को एक नोटिस थमा दिया। मराठी भाषा में लिखे गए इस नोटिस में उनसे भड़काऊ भाषण से बचने को कहा गया था। नोटिस मिलने के बाद ओवैसी अपने अंदाज में इसका जवाब मंच से दिया, जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
ओवैसी ने कुछ इस तरह से दिया जवाब
मंच से असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘सुनो सुनो बहुत मजे का है’। मुझे जेल रोड पुलिस स्टेशन, कश्मिनरेट सोलापुर से सेक्शन 168 के तहत नोटिस दिया है। मुझे लव लेटर दिया है। हमारे ससुर की तरफ से नोटिस आया है। क्या है कि वो दामाद से बहुत मोहब्बत करते हैं। हम इनके भाईजान भी हैं और वो ससुर भी हैं। हम उनके भाईजान हैं। आई लव यू…। मैं अंग्रेजी में बोल रहा हूं, मुझे लिटिल-लिटिल इंग्लिश आती है। लव लेटर को लेकर हैदराबाद जाऊंगा और अपनी बेगम को दूंगा। ओवैसी ने नोटिस में भाषा और ग्रामर की गलतियों को लेकर खूब मजाक उड़ाया है। वहीं, उन्होंने अपने भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के ’15 मिनट’ का जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर तंज भी कसे।
‘मीडिया वालों घड़ी चेक कर लो प्लीज’
वायरल वीडियो में असदुद्दीन ओवैसी (Maharashtra Assembly Elections) को 15 मिनट का जिक्र करते सुना जा सकता है। हालांकि, कुछ सेकेंड में ही वो गुस्ताखी होने की एक्टिंग करते हुए वेरी सॉरी भी बोलते हैं। इसके बाद ओवैसी 15 मिनट को चुनाव प्रचार के टाइम खत्म होने में 15 मिनट बाकी होने से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा, ‘9.45… मीडिया वालों घड़ी चेक कर लो तुम्हारी भी। 3 दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी आए थे, उन्हें नोटिस नहीं दिया। पुलिस को क्या खाली भाईजान से मोहब्बत है। ओवैसी का ये भाषण तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यूजर्स अपने-अपने तरीके से कमेंट लिख रहे हैं तो वहीं महाराष्ट्र की सियासी पिच पर किस्मत आजमा रहे 404 मुस्लिम कैंडीडेट ओवैसी की बैटिंग से टेंशन में हैं।
पहली बार चुनाव लड़ रहे 420 मुस्लिम कैंडीडेट
दरअसलए महाराष्ट्र (Maharashtra Assembly Elections) की 288 विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान है और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इस बार के चुनाव में 4136 उम्मीदवार अपने भाग्य को आजमा रहे हैंए जिसमें 420 मुस्लिम प्रत्याशी भी शामिल है। बीजेपी को छोड़कर सभी दलों ने मुस्लिम को टिकट दिया है। महायुति में शामिल एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी भी मुस्लिम पर दांव लगा रखा है तो कांग्रेस से लेकर उद्धव ठाकरे की शिवसेना ;यूबीटीद्ध और शरद पवार की एनसीपी ने मुस्लिम पर भरोसा जताया है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम से लेकर सपा तक मुस्लिम को उतारा है।
महाराष्ट्र में 12 फीसदी मुस्लिम वोटर्स
महाराष्ट्र में 12 फीसदी से अधिक मुस्लिम वोटर्स हैं। मालेगांव विधानसभा सीट पर 60 फीसदी के करीब मुस्लिम मतदाता हैं तो पांच सीट पर 50 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। सूबे की 9 सीट पर 40 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोटर्स हैं, 15 सीट पर 30 फीसदी मुस्लिम और 38 सीट पर 20 फीसदी मुस्लिम वोटर्स है। इस तरह 60 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाता राजनीतिक दलों का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखते हैं। परमहाराष्ट्र के इतिहास में 13 मुस्लिम विधायक से ज्यादा नहीं जीत सके हैं।
218 निर्दलीय मुस्लिम कैंडीडेट
इस बार 420 मुस्लिम प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें 218 उम्मीदवार निर्दलीय किस्मत आजमा रहे हैं और 202 मुस्लिम प्रत्याशी अलग-अलग राजनीतिक दलों से मैदान में हैं। महाविकास अघाड़ी के द्वारा 14 मुस्लिमों को दिए गए टिकट में कांग्रेस ने अपनी 101 सीटों में से 9 विधानसभा सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है। शरद पवार की एनसीपी ने चार मुस्लिम को टिकट दिया है।
महायुति ने भी उतारे मुस्लिम कैंडीडेट
महायुति में बीजेपी ने किसी भी मुसलमानों को भले ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट न दिया हो, लेकिन सहयोगी एकनाथ शिंदे की शिवसेना से लेकर अजीत पवार की एनसीपी ने मुस्लिम को प्रत्याशी बनाया है। सीएम एकनाथ शिंदे ने दो मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। अजीत पवार की पार्टी एनसीपी से पांच मुस्लिम प्रत्याशी उतरे हैं। असदु्द्दीन ओवैसी की पार्टी ने महाराष्ट्र की 16 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जिसमें 12 सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया है और चार सीट पर हिंदू प्रत्याशी दिए हैं। सपा महाराष्ट्र की आठ सीट पर चुनाव लड़ रही है, जिसमें छह सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं
अब तक सिर्फ 13 मुस्लिम कैंडीडेट चुने गए विधायक
राज्य में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले शहर मालेगांव में 13 मुस्लिम प्रत्याशी हैं। राज्य के संभाजीनगर पूर्व सीट पर 17 मुस्लिम प्रत्याशी हैं। महाराष्ट्र अलग राज्य बनने के बाद से अभी तक हुए चुनाव में 13 से ज्यादा मुस्लिम विधायक कभी भी जीत नहीं सके। 1962 से लेकर 2019 तक चुनाव में मुस्लिम विधायकों की संख्या 10 फीसदी का आंकड़ा नहीं छू पाई है, जबकि उनकी आबादी 12 फीसदी के करीब है। साल 1962 के चुनाव में 11 मुस्लिम विधायक जीते थे जबकि 2019 में 10 जीते हैं।
तीन बार जीते 13-13 कैंडीडेट
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मुस्लिम विधायकों के जीतने का आंकड़ा 13 का है। साल 1972, 1980 और 1993 के चुनाव में 13-13 मुस्लिम विधायक जीतने में सफल रहे थे। 1962 में 11, 1967 में 9, 1972 में 13, 1978 में 11, 1980 में 13. 1985 में 10, 1990 में 7, 1995 में 8, 1993 में 13, 2004 में 11, 2009 में 11, 2014 में 9 और 2019 में 10 मुस्लिम विधायक जीतने में सफल हैं। 2019 के विधानसभा चुनावों में 10 मुस्लिम विधायकों में सें 9 मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों जीते थे। ऐसे में इसबार सबकि नजर 420 मुस्लिम उम्मीदवारों पर है। क्योंकि इसबार सबसे ज्यादा मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव के मैदान में हैं। ओवैसी की पार्टी ने सबसे ज्यादा मुस्लिम कैंडीडेट उतारे हैं। सपा दूसरे नंबर है।