Victory Parade: 9 मई को विक्ट्री डे परेड के दौरान रूस अपनी बारूदी ताकत का प्रदर्शन कर रहा था लेकिन परेड की सलामी ले रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के चेहरे के भाव सख्त थे बहुत सख्त औऱ पुतिन की जुबान से सिर्फ एक ही शब्द निकल रहा था वो था बदला
पुतिन के इसी बयान से अलग अलग कयास निकाले जाने लगे कि आखिर पुतिन के इस बदले का मतलब क्या है
विक्ट्री डे परेड के दौरान जब पुतिन ने बदले की हुंकार भरी…तो बदले का सबसे पहला मतलब निकाला गया यूक्रेन पर ज्यादा ताकत के साथ हमले.
इस वक्त युद्ध के नक्शे पर गौर करें तो पता चलता है कि यूक्रेन के डोनेस्क औऱ लुहांस्क में रूसी फौज को बड़ी बढ़त मिल चुकी है दक्षिण पूर्व में जैपोरीझिया के बड़े हिस्से पर रूसी फौज का डॉमिनेंस है और खेरसॉन के भी एक बड़े हिस्से पर रूस का कब्जा है.
प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में सख्त कर्फ्यू लगा दिया है. इस बीच खबरें ये भी आ रही हैं कि जैपोरीझिया के ग्रामीण इलाकों से रूसी फौज ने नागरिकों को पलायन करने के लिए कह दिया है यानी इन क्षेत्रों पर रूसी फौज पूरी तरह कब्जा करना चाहती है जैपोरीझिया से लोगों को निकालने के लिए 3 मई की डेडलाइन तय की गई थी लेकिन वो डेडलाइन भी खत्म हो गई औऱ अब तक सेफ पैसेज जैसा कोई प्लान तैयार नहीं है इसका मतलब यही है कि इस प्रांत में रूस…यूक्रेन की सैन्य मौजूदगी को पूरी तरह खत्म करने का इरादा बना चुका है.
इस महायुद्ध की शुरुआत में…रूसी हमलों के टारगेट पर यूक्रेनी फौज और उनके अड्डे ही थे.लेकिन अप्रैल के तीसरे हफ्ते से लेकर अब तक नागरिक ठिकानों पर भी मिसाइल हमले तेज हो गए हैं
लुहांस्क के नजदीक रूस की फौज ने एक स्कूल पर मिसाइल अटैक कर दिया. इस स्कूल को स्थानीय लोग एक शेल्टर की तरह इस्तेमाल कर रहे थे. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस मिसाइल स्ट्राइक में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.
सिर्फ लुहांस्क ही नहीं 8 मई को एक बार फिर ओडेसा को भी मिसाइल हमलों से टारगेट किया गया ओडेसा में दो क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया और दोनों ही मिसाइल का टारगेट ओडेसा बंदरगाह के नजदीक रिहायशी इलाके थे.
क्या लुहांस्क में रूसी सैनिकों पर अजॉव बटालियन के हमले और ब्लैक सी में रूसी जहाज माकारोव पर मिसाइल स्ट्राइक का बदला. पुतिन नागरिक ठिकानों को निशाना बनाकर ले रहे हैं .
यूक्रेन में रूस की मिसाइल स्ट्राइक लगातार बढ़ती जा रही हैं….और इसी के साथ एक और बड़े हमले का डर…यूक्रेन के पसीने छुड़ा रहा है…
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के अलर्ट के मुताबिक…बेलगोरोड यानी रूस और यूक्रेन के बॉर्डर पर…रूस की फौज ने…22 अतिरिक्त बटालियन टैक्टिकल ग्रुप तैनात कर दिए हैं…
अगर रूसी फौज की फॉर्मेशन की बात की जाए तो 1 बटालियन टैक्टिकल ग्रुप में 800 जवान होते हैं…यानी तकरीबन 17 हजार 600 जवान बेलगोरोड में तैनात कर दिए गए हैं…इसके साथ ही साथ हर ग्रुप में 10 टैंक होते हैं यानी कि ये तादाद कुल 220 हो जाती है…हर टैक्टिकल ग्रुप में 40 इंफैंट्री अटैक व्हीकल भी होते हैं…यानी कि इस वक्त बेलगोरोड में 880 बीएमपी 2 कैटेगरी के अटैक व्हीकल तैनात हैं
इतनी तादाद और ताकत की तैनाती से एक ही सिग्नल मिलता है…कि पूर्वी यूक्रेन में रूस…फुल एंड फाइनल अटैक की तैयारी कर रहा है…और इसका सीधा मतलब ये भी है…कि 9 मई की तारीख का युद्ध खत्म होने से कोई लेना देना नहीं था…पुतिन पहले ही ठान चुके थे…कि जब तक यूक्रेन को तोड़ेंगे नहीं….तब तक छोड़ेंगे नहीं…और जब यूक्रेन तिल तिल कर सिसकेगा…तभी पूरा होगा पुतिन का बदला.
(BY: VANSHIKA SINGH)