Prayagraj Murder Case: सेना के जवान की क्यों हुई थी हत्या, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, पांच आरोपित भेजे गए जेल

प्रयागराज के करछना में ओवरटेक विवाद के दौरान सेना के जवान विवेक सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पांचों आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे गए। मनैया घाट पर विवेक को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

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Army Jawan Murder Case in Prayagraj: प्रयागराज के करछना क्षेत्र में हुई सेना के जवान विवेक सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। मंगलवार सुबह करछना पुलिस ने घटना में पकड़े गए पांचों आरोपितों को जेल भेज दिया। दूसरी ओर, मनैया घाट पर विवेक का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया, जहां सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने सभी दोषियों को कड़ी सजा देने और केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की।

क्या थी पूरी घटना

धरवारा गांव के रहने वाले 30 वर्षीय विवेक सिंह दिल्ली में सेना में तैनात थे। वह सूबेदार उमाकांत सिंह के छोटे बेटे थे। विवेक 29 नवंबर को अपनी चचेरी बहन की शादी में शामिल होने घर आए थे। विवाह वाले दिन वह अपने दोस्त विनय जैन को कार से छोड़ने कोहड़ार बाजार गए थे। साथ में उनका मित्र करन सिंह भी मौजूद था। रात में विनय को छोड़ने के बाद जब विवेक और करन वापस लौट रहे थे, तभी धरवारा मोड़ के पास स्कार्पियो सवारों से ओवरटेक को लेकर विवाद हो गया। गुस्से में उतरे स्कार्पियो सवारों ने विवेक को कार से बाहर खींच लिया और असलहे तथा लोहे की रॉड से बेरहमी से हमला किया। गंभीर हालत में स्वजन पहले उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करछना ले गए, फिर लखनऊ के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन सोमवार तड़के करीब तीन बजे विवेक ने दम तोड़ दिया।

कौन थे और क्यों हुई थी हत्या

हत्या के इस मामले में विवेक के पिता उमाकांत सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसमें उन्होंने पुलिस विभाग में रेडियो ऑपरेटर राजकमल पांडेय, लाल यादव, राजू अग्रहरि (चकराना तिवारी), सैन्यकर्मी राजीव ठाकुर (गोविंदपुर चकराना तिवारी) और दिनेश यादव (चकराना तिवारी रामसागर चाका) को नामजद किया। पुलिस ने पांचों आरोपितों को पकड़कर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि वे विवेक को पहले से नहीं जानते थे और विवाद सिर्फ ओवरटेक को लेकर हुआ। सोमवार देर रात जब विवेक का पार्थिव शरीर सैन्य अधिकारियों के साथ उनके गांव पहंचा तो माहौल भावुक हो गया। परिवार के लोग रो पड़े और ग्रामीण भी अपनी भावनाएं रोक नहीं पाए। विवेक की पत्नी प्रतिभा शव देखते ही बेहोश हो गईं। गांव के लोग विवेक के सरल और मिलनसार स्वभाव को याद कर भावुक होते रहे।

मंगलवार को सुबह मनैया घाट पर सेना के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। थाना प्रभारी अनूप सरोज ने बताया कि सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई कोर्ट में की जाएगी।

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