7 साल से शिक्षक भर्ती बंद, भड़के अभ्यर्थी, प्रयागराज में अनिश्चितकालीन धरना शुरू!

उत्तर प्रदेश में 1.93 लाख शिक्षक भर्ती की घोषणा कर उसे वापस लेना योगी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। अब प्रयागराज में अभ्यर्थी आंदोलन के रास्ते पर हैं।

Prayagraj News

Prayagraj News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन लगातार तेज होता जा रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से हजारों डीएलएड प्रशिक्षित युवा आयोग कार्यालय पहुंच रहे हैं और धरने में शामिल हो रहे हैं। अभ्यर्थियों की मुख्य मांग है कि सरकार जल्द से जल्द प्राथमिक शिक्षक भर्ती का आधिकारिक विज्ञापन जारी करे, जिसे हाल ही में सोशल मीडिया से हटाए जाने पर गहरा रोष देखा जा रहा है।

अभ्यार्थियों ने लगाया आरोप

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से करीब 2 लाख शिक्षकों की भर्ती का संकेत दिया था, लेकिन कुछ ही दिनों में वह पोस्ट डिलीट कर दी गई। अभ्यर्थियों का कहना है कि रोजगार के नाम पर यह एक मजाक है और जब तक कोई आधिकारिक विज्ञापन नहीं जारी होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।

आंदोलन कर रहे अभ्यर्थी कह रहे हैं कि योगी सरकार से केवल आश्वासन नहीं चाहिए, बल्कि भर्ती का आधिकारिक विज्ञापन जारी किया जाए। छात्रों की मांग है कि लगातार शिक्षक रिटायर हो रहे हैं, लेकिन पिछले सात सालों से कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं हुई है। इसके साथ ही, भर्ती के विज्ञापन सोशल मीडिया से हटा दिए जाते हैं। इसलिए अब यह सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनका धरना तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया जाता।

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आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का कहना है कि हर साल लगभग 2.35 लाख अभ्यर्थी डीएलएड प्रशिक्षण में शामिल होते हैं, लेकिन प्रशिक्षण पूरा होने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। पिछले 7 वर्षों से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती रुकी हुई है, जिसके कारण अभ्यर्थियों में तनाव और निराशा बढ़ रही है।

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