Silver Ring: अंगूठियां पहनने की परंपरा काफी पुरानी है। कुछ लोग इसे फैशन के तौर पर पहनते हैं, तो कुछ ज्योतिषीय कारणों से। आमतौर पर सोने की अंगूठी ज्यादा पहनी जाती है, लेकिन चांदी की अंगूठी भी काफी फायदेमंद मानी जाती है। यह न केवल शरीर को लाभ पहुंचाती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी फायदेमंद होती है।वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चांदी चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह से जुड़ी होती है। यह शरीर में पानी और कफ का संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। इसके अलावा, यह क्रोध को कम करने और दिमाग को शांत रखने में भी मददगार मानी जाती है। अगर आप जल्द गुस्सा हो जाते हैं या ज्यादा तनाव में रहते हैं, तो चांदी की अंगूठी पहनने से आपको राहत मिल सकती है।
किस उंगली में पहननी चाहिए चांदी की अंगूठी
चांदी की अंगूठी पहनने का सबसे अच्छा असर तब होता है जब इसे सही उंगली में पहना जाए। कई ज्योतिषियों के मुताबिक, इसे कनिष्ठा (छोटी उंगली) या अनामिका (रिंग फिंगर) में पहनना सबसे अच्छा होता है।छोटी उंगली (कनिष्ठा उंगली) ,यह बुध ग्रह से जुड़ी होती है, जो बुद्धि और तर्क शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।रिंग फिंगर (अनामिका उंगली),यह सूर्य और चंद्रमा से जुड़ी होती है, जिससे मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता मिलती है।
नकारात्मक ऊर्जा दूर रखती है
चांदी की अंगूठी पहनने से नकारात्मक ऊर्जा का असर कम होता है। यह शरीर के चारों ओर एक ऊर्जा रक्षा कवच की तरह काम करती है, जिससे बुरी नजर या नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
मानसिक शांति और तनाव से राहत
चांदी की ऊर्जा मन को शांत रखती है और तनाव को कम करती है। अगर आपको बार-बार चिंता या घबराहट महसूस होती है, तो चांदी की अंगूठी पहनने से आपका मन स्थिर रहेगा और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
आध्यात्मिक लाभ और आत्म-जागरूकता
चांदी को आध्यात्मिक रूप से चंद्रमा और अंतर्ज्ञान से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह आपके आंतरिक ज्ञान और आत्म-जागरूकता को बढ़ाने में मदद करती है। अगर आप ध्यान या योग करते हैं, तो चांदी की अंगूठी पहनने से आपका ध्यान और गहरा हो सकता है।
अन्य रत्नों की शक्ति बढ़ाती है
अगर आप कोई रत्न (जैसे माणिक, मोती, पन्ना) पहनते हैं, तो इसे चांदी की अंगूठी में जड़वाने से उसकी शक्ति और प्रभाव बढ़ जाता है। उदाहरण के लिए, माणिक रत्न सूर्य से जुड़ा होता है, जो आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसे चांदी में पहनने से इसका असर और भी तेज हो जाता है।