वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे से पहले हंगामा शुरू हो गया है। जुमे की नमाज के लिए अन्य दिनों की तुलना में अधिक लोग पहुंचे। नमाज के बाद कुछ लोगों ने धार्मिक नारेबाजी कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। पुलिस और मुस्लिम समाज के संभ्रांत लोगों ने शरारती तत्वों को दूर भगाया है। ज्ञानवापी के आसपास गहमागहमी का माहौल है। आसपास की कुछ दुकानें भी बंद हो गई हैं। लोग दुकानों के भीतर से झांकते नजर आए।
वहीं, वीडियोग्राफी के लिए कोर्ट कमिश्नर अनिल कुमार मिश्र और वादी पक्ष के 18 लोग ज्ञानवापी पहुंच चुके हैं। इस दौरान भी कुछ युवाओं ने हर-हर महादेव का उद्घोष किया। इस पर कुछ मुस्लिम युवकों ने भी नारे लगाए। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं।
10 मई को पेश होगी रिपोर्ट
वाराणसी कोर्ट के आदेश पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम-ज्ञानवापी स्थित शृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम हो रहा है। वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी और सर्वे से संबंधित साक्ष्य को सुरक्षित स्थान पर पुलिस कमिश्नर रखवाएंगे।
सर्वे से संबंधित रिपोर्ट 10 मई को अदालत में पेश की जाएगी। वहीं, इस सर्वे को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट और वाराणसी ग्रामीण के सभी थानों की फोर्स के साथ ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।
अगस्त 2021 में दाखिल हुआ था केस
दिल्ली की रहने वाली राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक ने विश्व वैदिक सनातन संघ के जितेंद्र सिंह विसेन के नेतृत्व में 18 अगस्त 2021 को वाराणसी की जिला अदालत में मुकदमा दाखिल किया था।
राखी सिंह बनाम सरकार उत्तर प्रदेश मुकदमे के माध्यम से मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन और अन्य देवी-देवताओं के विग्रहों की सुरक्षा की मांग अदालत से की गई थी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने अजय कुमार मिश्रा को एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त कर ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने का आदेश दिया।
एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने सर्वे के लिए 6 मई को दोपहर 3 बजे का समय निर्धारित किया है। अजय कुमार मिश्र के अनुसार सर्वे का काम आज यदि नहीं पूरा हो पाएगा तो उसे 7 मई को पूरा किया जाएगा। एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के लिए वादी और प्रतिवादी पक्ष के साथ ही पुलिस-प्रशासन को भी सूचना दे दी गई है। प्रतिवादियों में सरकार उत्तर प्रदेश जरिए मुख्य सचिव सिविल, जिलाधिकारी वाराणसी, पुलिस कमिश्नर वाराणसी, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी मैनेजमेंट के मुख्य प्रबंधक और बाबा काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के सचिव शामिल हैं। वादी और प्रतिवादी पक्ष से कहा गया है कि वह सर्वे में सहयोग करें ताकि अदालत के आदेश का सही तरीके से अनुपालन कर नियत तिथि को रिपोर्ट पेश की जा सके।
वाराणसी कमिश्नरेट के वरिष्ठ पुलिस अफसरों ने बताया कि अदालत के आदेश पर होने वाले सर्वे के मद्देनजर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। शांति और कानून व्यवस्था को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। अराजक तत्वों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस सख्ती से निपटेगी।
(By: ABHINAV SHUKLA)