Ganesh Chaturthi पर बप्पा को भोग लगाने के लिए एक बार जरूर ट्राई करें ये पारंपरिक महाराष्ट्रीयन रेसिपी

Ganesh Chaturthi : गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की विशेष पूजा और उनके स्वागत के साथ-साथ पारंपरिक व्यंजनों का भी खास महत्व होता है.

Ganesh Chaturthi

Ganesh Chaturthi : महाराष्ट्र में गणेश उत्सव के दौरान विशेष रूप से कुछ पारंपरिक पकवान बनाए जाते हैं. जो गणपति बप्पा को अर्पित किए जाते हैं. इस बार Ganesh Chaturthi पर आप भी इन पारंपरिक महाराष्ट्रीयन पकवानों को बनाकर त्यौहार का आनंद बढ़ा सकते हैं.

मोदक

मोदक गणेश जी का सबसे प्रिय भोजन माना जाता है, और Ganesh Chaturthi  के त्यौहार पर मोदक बनाना एक परंपरा है. चावल के आटे से बने स्टीम्ड मोदक (उकडीचे मोदक) को नारियल, गुड़ और इलायची के मिश्रण से भरा जाता है. इसे घी के साथ परोसा जाता है. कुछ लोग तले हुए मोदक भी बनाते हैं, जिन्हें मैदे से बनाया जाता है और घी में तलकर परोसा जाता है.

पूरण पोली

पूरण पोली एक और पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजन है जिसे गणेश चतुर्थी पर विशेष रूप से बनाया जाता है. चने की दाल और गुड़ से बनी मीठी स्टफिंग को आटे की लोई में भरकर इसे तवे पर सेंका जाता है. घी के साथ परोसी जाने वाली पूरण पोली स्वादिष्ट होती है और इसे बनाना भी आसान है.

साबुदाना खिचड़ी

व्रत के दौरान अक्सर लोग साबुदाना खिचड़ी बनाते हैं. साबुदाना खिचड़ी में साबुदाना, मूंगफली, आलू और मसालों का उपयोग किया जाता है. यह खाने में हल्की और स्वादिष्ट होती है, और गणेश उत्सव के दौरान इसे बनाने का विशेष महत्व है.

श्रिखंड

श्रिखंड एक पारंपरिक मिठाई है जिसे गणेश चतुर्थी के समय तैयार किया जाता है. यह गाढ़ी दही से तैयार किया जाता है और इसमें इलायची, केसर और सूखे मेवे मिलाए जाते हैं. इसे पूरियों के साथ भी परोसा जाता है.

अलु वड़ी

अलु वड़ी को अरबी के पत्तों से बनाया जाता है. यह स्नैक बाहर से कुरकुरी और अंदर से नरम होती है. इसे चाय के साथ नाश्ते के रूप में परोसा जाता है.

इस गणेश चतुर्थी पर इन पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजनों को बनाकर अपने परिवार और गणपति बप्पा को प्रसन्न कर सकते हैं.

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