Karva Chauth 2024 : करवा चौथ महिलाओं का एक खास पर्व है, जो विशेष रूप से भारत के उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में मनाया जाता है. यह पर्व शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद दांपत्य जीवन के लिए उपवास करती हैं.
कब है Karva Chauth
हिंदू कैलेंडर के हिसाब से करवा चौथ का व्रत 2024 में 1 अक्टूबर मंगलवार को मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं सुबह स्नान करती हैं और नए या साफ कपड़े पहनती हैं। इसके बाद वे पूजा की तैयारी करती हैं, जिसमें करवा चौथ की कथा सुनना शामिल होता है।
क्या है शुभ मुहूर्त
करवा चौथ का उपवास सुबह सूर्योदय से पहले शुरू हो जाता है, बता दें, कि इस दिन पूजा का समय शाम को 6:30 बजे से 8:00 बजे तक होगा, वहीं, चांद दिखने का समय लगभग 8:15 बजे बताया जा रहा है.
क्या है करवा चौथ का महत्व
इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए उपवास करती हैं. यह पर्व दांपत्य जीवन में प्रेम, समर्पण और सम्मान की भावना को बढ़ाता है. करवा चौथ हमारी संस्कृति और परंपराओं को मजबूत करने का एक अवसर है, जिसमें महिलाएं एकत्रित होकर एक-दूसरे के साथ व्रत की कहानी सुनती हैं.
उपवास की विधि
इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प करती हैं. दिनभर उपवास रहने के बाद चाँद दिखने पर पूजा की जाती है, और फिर पति से अर्घ्य देकर भोजन का सेवन किया जाता है.
पूजा की सामग्री तैयार करना
महिलाएं पूजा के लिए आवश्यक सामग्री एकत्र करती हैं, जैसे: करवा (कच्चा मिट्टी का बर्तन) दीपक, चावल, मिठाई, फल, फूल, कुमकुम और राखी
पारंपरिक व्यंजन बनाना
महिलाएं इस दिन खास व्यंजन बनाती हैं, जिन्हें वे व्रत के बाद अपने परिवार के साथ बांटकर खाती हैं। ये व्यंजन आमतौर पर मीठे और स्वादिष्ट होते हैं.
करवा चौथ का व्रत न केवल पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने का अवसर है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की सुंदरता और परंपरा का भी प्रतीक है. 1 अक्टूबर 2024 को इस पर्व को मनाने के लिए तैयार रहें और अपने पति के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद प्रकट करें.