Pitru paksha 2024 : श्राद्ध का आयोजन पितरों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए किया जाता है, और इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है ताकि पूर्वजों की कृपा प्राप्त हो सके। श्राद्ध करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
Pitru paksha में शुद्धता और स्वच्छता
श्राद्ध कर्म में पूर्ण शुद्धता का ध्यान रखना चाहिए। पवित्रता बनाए रखने के लिए विशेषत: सफेद वस्त्र पहनने की परंपरा है।
Pitru paksha में समय का पालन
श्राद्ध कर्म सूर्योदय के बाद और दोपहर से पहले किया जाना चाहिए। इसे उचित तिथि पर ही संपन्न करना चाहिए, जो पितरों के लिए निर्धारित होती है।
Pitru paksha में ब्राह्मण भोज
श्राद्ध में ब्राह्मणों को भोजन कराना महत्वपूर्ण होता है। यह माना जाता है कि ब्राह्मणों के माध्यम से पितरों को भोजन प्राप्त होता है।
तर्पण और पिंडदान
श्राद्ध में पिंडदान और तर्पण का विशेष महत्व है। तर्पण जल अर्पित करके किया जाता है और यह पितरों की आत्मा को तृप्ति प्रदान करता है।
ध्यान और प्रार्थना
श्राद्ध के दौरान अपने पूर्वजों को याद करते हुए ध्यान और प्रार्थना करनी चाहिए। इससे पितरों की आत्मा को शांति और संतोष प्राप्त होता है।
यदि इन बातों का सही तरीके से पालन किया जाए, तो मान्यता है कि पितरों की कृपा और आशीर्वाद घर-परिवार पर बना रहता है, जिससे जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
देश की राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में लगातार कई दिन से बारिश हो रही है, जिसकी वजह से मौसम सुहावना हो गया है. इसके साथ ही दिल्लीवालों को ठंड का अहसास होने लगा है.