Correct Vastu Direction of Window हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र का काफी महत्व है। घर बनवाते समय या उसमें कुछ बदलाव करते समय वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए। वास्तु शास्त्र कहता है कि घर की हर चीज का सही स्थान हमारी जिंदगी पर बड़ा असर डालता है। इन्हीं में से एक है खिड़की। अगर आप जीवन में सफलता और सुख शांति चाहते हैं, तो घर में खिड़की की सही दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
खिड़की से सिर्फ हवा नहीं, खुशियां भी आती
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की खिड़कियां केवल रोशनी और हवा लाने का साधन नहीं हैं, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और खुशियां भी लाती हैं। इसलिए खिड़कियों की स्थिति सही होनी चाहिए, ताकि घर में आने वाली एनर्जी वहां रहने वालों के लिए फायदेमंद हो। सही दिशा में खिड़की होने से घर में हमेशा पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है, जो परिवार की सुख शांति और सफलता में मदद करती है।
दक्षिण दिशा में खिड़की क्यों न हो
वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा में खिड़की बनाने की मनाही है। अगर दक्षिण दिशा में खिड़की पहले से है, तो उसे हमेशा ढककर रखना चाहिए। हिंदू धर्म के अनुसार, दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है, जो मृत्यु और नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। ऐसी खिड़कियों से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है, जिससे मानसिक तनाव और बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए दक्षिण दिशा में खिड़की से बचना ही बेहतर है।
खाने की जगह पर खिड़की से बचें
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि डाइनिंग एरिया यानी खाने की जगह पर खिड़की नहीं होनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यहां खिड़की होने से परिवार के सदस्यों में मनमुटाव और अशांति बढ़ सकती है। डाइनिंग टेबल का माहौल खराब होने से घर की शांति पर असर पड़ता है। अगर खाने की जगह पर खिड़की है, तो उसे हमेशा बंद रखना चाहिए।
खिड़की के लिए सबसे सही दिशा
वास्तु के अनुसार, घर की उत्तर दिशा में खिड़की बनवाना बहुत शुभ होता है। यह दिशा घर में सकारात्मक ऊर्जा, खुशियां और संपन्नता लाती है। उत्तर दिशा से आने वाली ऊर्जा घर के हर सदस्य के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करती है। इसलिए, खिड़कियां हमेशा उत्तर दिशा में ही बनवानी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां बताई गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए है। News1India किसी भी जानकारी की पुष्टी नहीं करता है। इनको इस्तेमाल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।