बीच सड़क पर 5 बदमाशों ने लाठी-डंडे से थानेदार का किया ‘एनकाउंटर’, पब्लिक देखती रही ‘सिंघम’ की मौत का तांडव

हरियाणा के हिसार में एक दिलदहला देने वाली वारदात सामने आया है। यहां हिसार के मिलगेट क्षेत्र में स्थित श्यामलाल की ढाणी में वीरवार रात हुड़दंग कर रहे कुछ लोगों ने टोकने पर मामूली कहासुनी के दौरान हरियाणा पुलिस के उपनिरीक्षक रमेश कुमार की ईंट-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। हरियाणा के हिसार में एक दिलदहला देने वाली वारदात सामने आया है। यहां हिसार के मिलगेट क्षेत्र में स्थित श्यामलाल की ढाणी में वीरवार रात हुड़दंग कर रहे कुछ लोगों ने टोकने पर मामूली कहासुनी के दौरान हरियाणा पुलिस के उपनिरीक्षक रमेश कुमार की ईंट-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना की पांच आरोपियों ने अंजाम दिया। सब इंस्पेक्टर जिंदगी बचाने के लिए डटकर बदमाशों ने लड़े। लोगों से बचाए जानें की गुहार लगाई, लेकिन कोई भी इंसान अपने घर से बाहर नहीं निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पांचों दरिंदों को दबोच लिया। पुलिस ने मौके से हमलावरों की एक कार और दो स्कूटी बरामद की हैं।

हरियाणा के हिसार में एडीजीपी ऑफिस में 10 साल से तैनात सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ढाणी श्यामलाल की गली नंबर-3 में परिवार के साथ रहते थे। सब इंस्पेक्टर रमेश लंबे समय से पुलिस विभाग में तैनात थे। बताया जा रहा है कि रात 10ः30 बजे कुछ युवक हुड़दंग और गाली गलौज कर रहे थे। शोर शराबा होने पर सब इंस्पेक्टर रमेश घर से बाहर निकले। उन्होंने युवकों को हुड़दंग करने से रोका। दबंगों और सइ इंस्पेक्टर के बीच बहस हुई। आरोपी उस वक्त मौके से चले गए। एक घंटे बाद कई युवक कार और दोपहिया वाहनों पर आए। उन्होंने रमेश के घर के सामने गाली गलौज करना शुरू कर दिया। रमेश ने उन्हें रोका तो उन्होंने डंडों व ईंटों से हमला कर दिया।

रमेश घायल होकर गिर गए। चीख पुकार सुनकर परिवार के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और हमलावरों का पीछा किया, लेकिन वे भागने में कामयाब हो गए। परिवारवालों ने बताया कि सब इंस्पेक्टर आरोपियों से अकेले लोहा लेते रहे। उन्होंने पड़ोसियों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई भी अपने घर से बाहर नहीं आया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया। पुलिस ने चंद घंटे के अंदर पांचों आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। पकड़े गए तीन आरोपी चोटिल थे। पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद भागने के दौरान वह गिरकर घायल हो गए थे।

एसआई रमेश के सहयोगी दिनेश कुमार ने बताया कि उन्हें घुड़सवारी का शौक था। वे हर जरूरतमंद की मदद करने में आगे रहते थे। वे अक्सर कहते थे रिटायरमेंट के बाद दाढ़ी रखूंगा। फिर भारत भ्रमण के लिए निकलूंगा। एक महीना पहले ही स्वास्थ्य सुधारने के लिए चाय भी छोड़ दी थी। मार्निंग वॉक, जिम जाने और अच्छे कपड़े पहनने का भी शौक था। दिनेश कुमार ने बताया कि रमेश कुमार वर्दी बहुत कम ही पहनते थे। आसपास के काफी लोगों को तो पता भी नहीं था कि वह पुलिस में हैं। अक्सर सादी वर्दी में डयूटी पर आते थे। उन्होंने पारिवारिक व स्वास्थ्य कारणों से 10 नवंबर से एक माह के लिए छुट्टी मंजूर कराई थी। बड़ी बेटी रेणु की शादी के बाद छोटी बेटी सुजाता की शादी के लिए बात करते थे।

एसआई रमेश की मौत की जानकारी मिलने के बाद एसपी शशांक कुमार सावन, एडीजीपी केके राव रात में ही परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिवार के लोगों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। डीएसपी तनुज शर्मा ने नागरिक अस्पताल पहुंचकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई। एसआई रमेश का शाम करीब 6 बजे पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। भतीजे अमित ने बताया कि रात मैं घर में सो रहा था। करीब 10.30 कुछ लोग हुडदंग कर रहे थे। वे हमारे ही समाज के थे। वे हमें अच्छी तरह जानते भी हैं। गाली गलौज करने लगे तो उन्हें टोका। इस पर वे धमकी देकर चले गए। लगभग 11 बजे करीब 15 लोग हाथ में डंडे, गंडासी, ईंटें लेकर आए चाचा के घर के बाहर ईंटें बरसाने लगे।

 

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