BCCI यानी बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट के उपाध्यतक्ष राजीव शुक्ला किसी भी वक्त अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसका कारण बेहद ही साफ है, 18 जुलाई को राजीव शुक्ला ने राज्यसभा में शपथ ली थी और अब वे संसद के सदस्य हैं जिस कारण उन्हें अपने BCCI उपाध्यक्ष वाले पद से इस्तीफा देना होगा।
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इनसाइडस्पोर्ट के अनुसार, BCCI के अनुसमर्थित संविधान में कहा गया है कि कोई भी लोक सेवक भारत के क्रिकेट बोर्ड में किसी पद पर नहीं रह सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की बैठक के दौरान गुरुवार को इसकी घोषणा किए जाने की संभावना है।
नियम 7.2 के अनुसार, “राष्ट्रपति के अनुपलब्ध होने पर उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में कार्य करेगा; उपराष्ट्रपति ऐसे कार्यों और कर्तव्यों का पालन करेगा, जिन्हें वह सामान्य निकाय या शीर्ष परिषद द्वारा सशक्त किया जा सकता है।” अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष को बीसीसीआई के पदाधिकारियों के रूप में नामित किया गया है। संविधान किसी भी पदाधिकारी को बीसीसीआई के अधिकारियों के रूप में बने रहने से रोकता है यदि वे लोक सेवक के रूप में कोई भूमिका निभाते हैं।