नई दिल्ली खेल ऑनलाइन डेस्क। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर को पर्थ के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में शुरू हुआ। टीम इंडिया के कैप्टन जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। तेज और उछाल भरी पिच पर बैटर्स संघर्ष करते नजर और टीम इंडिया 49.3 ओवर में सिर्फ 150 रन बना सकी। बांग्लादेश, न्यूजीलैंड की तरह आस्ट्रेलिया की जमीन पर विराट कोहली का बल्ला नहीं चला और 6 रन बनाकर वह पवेलियन लौट गए। डेब्यू डन नीतीश रेड्डी ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए। इसके अलावा ऋषभ पंत ने 37 और केएल राहुल ने 26 रन की पारी खेली।
जोश हेजलवुड ने चार विकेट लिए
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही थी। यशस्वी जायसवाल और तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए देवदत्त पडिक्कल खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। विराट कोहली पांच रन और ध्रुव जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए। वॉशिंगटन सुंदर भी चार रन बना सके। पंत और नीतीश ने सातवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को कमिंस ने तोड़ा। पंत के आउट होते ही भारतीय पारी 150 रन पर सिमट गई। हर्षित राणा सात रन और बुमराह आठ रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से जोश हेजलवुड ने चार विकेट लिए। वहीं, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और मार्श को दो-दो विकेट मिले।
विराट कोहली का फिर नहीं चला बल्ला
कहते हैं जब वक्त खराब चल रहा हो, तो हर प्रयास विफल हो जाता है। कुछ ऐसा इनदिनों विराट कोहली के साथ घट रहा है। बांग्लादेश-न्यूजीलैंड के बाद अब आस्ट्रेलिया के खिलाफ किंग कोहली ने निराश किया। कोहली सबकुछ कर रहे हैं, लेकिन खराब किस्मत उनका पीछा नहीं छोड़ रही है। पर्थ टेस्ट की पहली पारी में विराट ने अपना विकेट बचाने के लिए हर वो काम किया, जो किंग कोहली कर सकते थे। हालांकि, किस्मत ने एक बार फिर कोहली को धोखा दे दिया। जोश हेजलवुड के हाथ से ऐसी गेंद निकली, जिस पर कोहली चाहकर भी अपना विकेट नहीं बचा सके। 12 गेंदों का सामना करने के बाद विराट को सिर्फ 5 रन बनाकर भारी कदमों के साथ पवेलियन लौटना पड़ा।
दो युवा खिलाड़ियों का हुआ टेस्ट में डेब्यू
जसप्रीत बुमराह ने अपनी प्लेइंग इलेवन में चौंकाने वाले बदलाव करते हुए अनुभवी प्लेयर्स की जगह दो युवाओं को मौका दिया है। 21 साल के युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी और 22 साल के युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा का टेस्ट डेब्यू हुआ है। दोनों अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे हैं। टॉस से पहले दोनों को टेस्ट कैप सौंपी गई। इस अहम मुकाबले से पहले भारत ने अपने अनुभवी हरफनमौला रविंद्र जडेजा और दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को मौका नहीं दिया है। हरफनमौला नीतीश रेड्डी निचले क्रम पर बल्लेबाजी के साथ चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे। हर्षित राणा पेस अटैक में भारतीय कप्तान का साथ देंगे।
टीम इंडिया ने जीता था टॉस
भारत के लिए टॉस जीतना बेहद अहम है क्योंकि पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में अभी तक कुल चार मैच खेले गए हैं और चारों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने बाजी मारी है। पिच पर फास्ट बॉलर्स का दबदबा रहने की उम्मीद है। चीफ क्यूरेटर इसाक मैकडॉनल्ड कह चुके हैं कि पांच दिन तक पिच नहीं टूटेगी और बॉलर्स को काफी बाउंस मिलेगा। शायद यही कारण है कि भारतीय टीम ने अश्विन और जडेजा की जगह वाशिंगटन सुंदर और नीतीश कुमार रेड्डी को चुना ठीक समझा। भारत की बल्लेबाजी पहले दिन बिखर गई और टीम का दामादार गेंदबाजों पर होगा। अगर टीम इंडिया के बॉलर्स ने अच्छी बॉलिंग की तो पर्थ टेस्ट रोमांचक मोड़ पर जा सकता है।
भारत की प्लेइंग 11
जसप्रीत बुमराह (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, देवदत्त पड्डिकल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, ध्रुव जुरेल, वॉशिंगटन सुंदर, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज।
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11
पैट कमिंस (कप्तान), नाथन मैकस्वीनी, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड।