खेल के मैदान पर हमें अक्सर खिलाड़ियों के बीच नोक-झोंक देखने को मिलती है ऐसे बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो मैदान पर अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिघम में टेस्ट मैच के दौरान शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज़ रविद्र जडेजा पर इंग्लैंड के गेंदबाज़ ने कमेंट कर दिया जिससे एक और तीखी नोक-झोंक हो सकती थी लेकिन इसका जवाब देते हुए रविंद्र जडेजा ने साल 2014 की उस घटना को याद किया जब वे और एंडरसन एक-दूसरे से बीच मैदान पर धिड़ गए थे।

2 जुलाई को इस मैच के दौरान भी एंडरसन ने जडेजा पर कमेंट कर दिया। आपको बता दें कि जड़ेजा से पहले ऋषभ पंत भी इस मैच में शतक जड़ चुके थे जिसके बाद रविंद्र जडेजा ने अपने टेस्ट क्रिकेट में अपना तीसरा और विदेशी धरती पर पहला शतक जड़ दिया। ये शतक उस वक्त आया जब भारतीय टीम को इसकी सख़्त जरूरत थी । जडेजा ने 194 गेंदों में 104 रन बनाए जिससे कि भारत को 416 रनों तक पहुंचने मे मदद मिली।
क्रिकेट मैदान पर स्लेजिंग होना कोई नई बात नहीं है और जब भी कोई बल्लेबाज़ पिच पर टिक जाता है तो विरोधी टीम साम-दाम, दंड-भेद के साथ-साथ कई टीमें स्लेजिंग का भी सहारा लेतीं हैं।
एंडरसन ने क्या कहा?
जडेजा की 104 रन की पारी पर जेम्स एंडरसन ने मैच के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि “पहले वह 8 नंबर पर पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी करते थे इसलिए उन्हें कम मौका मिलता था लेकिन जब से 7 नंबर पर बल्लेबाजी करने लगे हैं वह एक मान्यता प्राप्त बल्लेबाज की तरह खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि उसने हमारे लिए मुश्किलें खड़ी कर दी।”
जडेजा का एंडरसन को जवाब

एंडरसन के कामेंट पर करार जवाब देते हुए जडेजा ने 2014 सीरीज के उस घटना को याद किया जब दोनों की बीच मैदान में तीखी बहस हुई थी। जडेजा ने कहा “देखिए, जब आप रन बनाते हैं तो हर कोई कहता है कि वे खुद को एक अच्छा बल्लेबाज समझते हैं। लेकिन मैंने हमेशा खुद को क्रीज पर साथी खिलाड़ी के साथ समय देने की कोशिश की है। यह अच्छा है कि एंडरसन ने 2014 के बाद यह महसूस किया।”
2014 में बीच मैदान भिड़ गए दोनों
2014 में रवींद्र जडेजा और जेम्स एंडरसन के बीच मैदान तीखी बहस हुई थी। उस वक्त टीम के मैनेजर रहे सुनील देव ने इएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा था कि एमएस धौनी सहित सभी खिलाड़ियों ने मैच रेफरी से एंडरसन की शिकायत की थी क्योंकि उन्होंने जडेजा को धक्का दिया था। यह एक गंभीर घटना थी क्योंकि आप किसी को धक्का नहीं दे सकते हैं।
एकबार फिर दोनों खिलाड़ी बर्मिंघम टेस्ट में अपने बयानों से आमने-सामने आ गए हैं। हालांकि एंडरसन ने इस बार जडेजा को लेकर कोई ऐसी प्रतिक्रिया नहीं की है जिससे कोई विवाद पैदा हो। बर्मिंघम टेस्ट की बात करें तो फिलहाल भारतीय टीम की स्थिति मजबूत है।







