नई दिल्ली आनलाइन डेस्क। Nitish Kumar Reddy scored a century in Melbourne भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। चैथा मुकाबला मेलबर्न में चल जा रहा है, नीतीश कुमार रेड्डी के चलते रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज के शतक के कारण भारतीय टीम मेलबर्न टेस्ट में वापसी कर सकी। ऐसे में रेड्डी के पिता की मुलाबात सुनील गावस्कर से हुई। नीतीश के पिता ने गावस्कर को प्रणाम किया और पैर छुए। जिस पर लिटिल मास्टर ने कहा, आपका बेटा हीरा है। वह भारतीय टीम का भविष्य है।
रेड्डी के पिता से मिले सुनील गावस्कर
मेलबर्न के मैदान में टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने बल्ले का जलवा बिखेरा। 50 रन बनाने के लिए उन्होंने पुष्पा स्ट्राइल में जश्न बनाया। शतक जड़ने के बाद नीतीश कुमार रेड्डी ने बल्ले को मैदान पर खड़ा कर दिया। यह नजारा देख रेड्डी के पिता की आंख से आंसू आ गए। अब मेलबर्न से एक वीडिया वायरल हो रहा है। वायरल वीडिया में नीतीश कुमार रेड्डी के पिता सुनील गावस्कर के पैर छुते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये वीडियो मेलबर्न में गावस्कर के साथ नीतीश कुमार रेड्डी के परिवार के मुलाकात का है।
बहन ने भी गावस्कर के छुए पैर
भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर से मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार रेड्डी के पिता भावुक हो जाते हैं। वो गावस्कर से गले मिलने के बजाए उन्हें पैर छूकर प्रणाम करते हैं। इस दौरान पिता को अपने जमाने के महान बल्लेबाज से बेटे का बखान भी सुनने को मिलता है। मुलाकात के दौरान नीतीश को लेकर गावस्कर उनके परिवार से कहते हैं कि वो भारतीय क्रिकेट का हीरा है। वहीं नीतीश कुमार रेड्डी की बहन ने भी सुनील गावस्कर के पांव छुए। मुलाकात के दौरान सुनील गावस्कर ने परिवार से नीतीश कुमार रेड्डी और उनकी बल्लेबाजी को लेकर बात की।
नीतीश कुमार रेड्डी ने बनाए 114 रन
नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में 189 गेंदों का सामना करते हुए 114 रन बनाए। वो भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 8वें नंबर पर खेली नीतीश रेड्डी की इस इनिंग को कई क्रिकेट एक्सपर्ट टेस्ट इतिहास की बेहतरीन पारियों में आंक रहे हैं। मेलबर्न में नीतीश की पारी भारतीय टेस्ट इतिहास किसी भी 8वें नंबर के बल्लेबाज के बल्ले से निकली दूसरी सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले साल 2002 में अजय रात्रा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 115 रन बनाए हैं।
पिता को डेडिकेट किया शतक
मेलबर्न में जमाए शतक को नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने पिता को डेडिकेट किया। वहीं उन्होंने अपने शतक के जश्न को लेकर कहा कि वो तिरंगे के सम्मान में था। नीतीश कुमार रेड्डी आंध्र से आते हैं। पिता के कारण वह इस मुकाम तक पहुंचे। जब नीतीश कुमार रेड्डी 12 साल के थे, जब उनके पिता का तबादला हो गया। बेटे के कारण उन्होंने नौकरी से रिजाइन कर दिया। जाॅब से जो फंड मिला, उसी के जरिए घर और बेटे को हुनर को निखारा।