नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। Virat Kohli News भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। फिलहाल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर आस्ट्रेलिया की 2-1 से बढ़त बनाए हुए है। आखिरी मुकाबला सिडनी में खेला जा रहा है। जहां टॉस जीतकर टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले दिन बुमराह की टीम 185 रनों पर सिमट गई। इस टेस्ट मैच में भी विराट कोहली का बल्ला नहीं चला। वह फिर बाहर की जाती हुई गेंद का शिकार हुए। ’द रन मशीन’ पांच टेस्ट मैच की सात पारियों में बाहर की जाती गेंद से छेड़छाड़ करने के चलते सात बार आउट हुए। जो गेंदें कभी किंग कोहली की ‘दिलरूबा’ हुआ करती थीं। पिच पर पड़ते ही जैसे वह विराट के बल्ले से टकराती, वैसे ही बाउंड्री के बाहर चली जाती थीं। पर अब यही गेंद ‘बला’ साबित हो रही हैं। आस्ट्रेलिया की धरती पर विराट बाहर जाती गेंदों का अभी तक तोड़ नहीं निकाल पाए। जिसका खामियाजा विराट के साथ टीम इंडिया को भी उठाना पड़ रहा है।
बाहर की गेंदों पर विराट कोहली हो रहे आउट
विराट कोहली को ’द रन मशीन’ कहा जाता है। ‘क्रिकेट के भगवान’ सचिन तेंदुलकर के बाद वह दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके बाद हर बॉल का तोड़ है। हॉफ स्टंप की गेंदों को बाउंड्री पार पहुंचाने में किंग कोहली को महारथ हासिल है। इसी के कारण उन्होंने 35 हजार के करीब रन इंटरनेशनल क्रिकेट में बनाए हैं। पर आस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली का बल्ला नहीं चल रहा। पर्थ टेस्ट में उन्होंने सिर्फ एक शतक बनाया। विराट कोहली ने पांच टेस्ट मैच की 9 पारियों में विराट बाहर की जाती गेंदों पर 8 बार आउट हुए। इस सीरीज में आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने विराट कोहली के खिलाफ शानदार रणनीति बनाई। तेज गेंदबाजों ने गेंदों को हॉफ स्टंप पर रखा। विराट ने दर्जनों गेंदों को छोड़ा थी। पर इन्हीं गेंदों पर वह रन बनाते आ रहे हैं। ऐसे में जब उन्होंनें गेंद छोड़ी तो स्कोर बोर्ड थम गया। आखिर में विराट कोहली आस्ट्रेलिया के बनाए चक्रव्यूह में फंसते गए और एक-एक कर 7 बार बाहर की जाती गेंदों से छेड़छाड़ कर आउट होते गए।
आस्ट्रेलिया में नहीं चल रहा विराट कोहली का बल्ला
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शतक के साथ की थी। कोहली का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर रहा है, ऐसे में सभी को उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कोहली पर्थ टेस्ट में शतकीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए थे और उन्होंने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा था। कोहली इसके बाद लय बरकरार नहीं रख सके और अगले चार मैचों में रन बनाने में विफल रहे। पर्थ टेस्ट में शतक के बावजूद कोहली के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है और उन्होंने सीरीज में अब तक 5, नाबाद 100, 7, 11, 3, 36, 5 और 20 रन की पारियां खेली हैं। विराट कोहली की बाहर जाती गेंदों से छेड़छाड़ करना भारी पड़ रहा है। हालांकि पूर्व क्रिकेटर्स का कहना है कि जिन गेंदों पर विराट आउट हो रहे हैं। वह कभी इन्हीं पर सबसे ज्यादा रन बनाते थे। विराट कोहली किंग हैं और वह इस बला का जल्द ही काट निकाल लेंगे।
विराट कोहली का जारी है संघर्ष
आस्ट्रेलिया के खिलाफ ही नहीं बल्कि अगर 2024 की बात करें तो भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का बल्ला उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका। उनके बल्ले से 2024 में सभी प्रारूप मिलाकर सिर्फ एक शतक निकला। कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी सफल नहीं रहे हैं और पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी को छोड़ दिया जाए तो उन्होंने रन बनाने के लिए संघर्ष किया है। कोहली के लगातार विफल होने से इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि क्या भारतीय टीम का यह पूर्व कप्तान टी20 अंतरराष्ट्रीय के बाद टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह देगा। हालांकि, टीम के पूर्व मुख्य कोच और कोहली के साथ लंबे समय तक काम कर चुके रवि शास्त्री का मानना है कि कोहली अभी तीन-चार साल और खेल सकते हैं। शास्त्री इस बात से भी परेशान नहीं है कि कोहली किस तरह से आउट हो रहे हैं।
एक भी बाउंड्री नहीं लगाई
सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय टीम को विराट कोहली से बड़ी उम्मीदें थीं। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कोहली ने 69 गेंदों का सामना किया। उनकी स्ट्राइक रेट मात्र 24.64 रही। अपनी पारी में विराट कोई बाउंड्री नहीं लगा पाए। अपने टेस्ट करियर में विराट कोहली पहली बार पारी में 50 से ज्यादा गेंद खेलने के बाद भी कोई बाउंड्री नहीं लगा पाए। इससे पहले 2021 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ 48 गेंद खेलकर विराट कोई रन नहीं बना पाए थे। बता दें, सिडनी टेस्ट मैच में कप्तान रोहित शर्म टीम से खुद को बाहर रखा। जबकि कयास लगाए जा रहे थे कि विराट कोहली भी शाएद इस मैच में नहीं होंगे। पर मैनेजमेंट ने उन पर विश्वास रखा। बैटिंग के लिए आए तो फैंस को उम्मीद थी कि विराट सिडनी में विराट पारी खेलेंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए।
2024 में कुछ इस तरह से खेले विराट कोहली
तीनों प्रारूप मिलाकर विराट कोहली के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 2024 में कुल 32 पारियां खेली और 21.83 के औसत से 655 रन बनाए। इस दौरान कोहली के बल्ले से एक शतक और दो अर्धशतक निकला। कोहली ने इस साल कुल 10 टेस्ट मैच खेले और 19 पारियों में 24.52 के औसत से 417 रन बनाए। इस साल टेस्ट में उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक निकला और उनका निजी सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 100 रन रहा। कोहली ने इस साल सिर्फ तीन वनडे मैच खेले, लेकिन इस प्रारूप में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। कोहली ने तीन मैचों में 19.33 के औसत से कुल 58 रन बनाए। अगर टी 20 की बात करें ओवरऑल उन्होंने024 में कुल 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले और 18 की औसत से कुल 180 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 119.20 का रहा है, जबकि सिर्फ एक बार 50$ स्कोर बना सके।
ऐसे बने कोहली ’द रन मशीन’
विराट इतिहास में सबसे तेज 8000 रन (175 पारी), 9000(194 पारी), 10,000 रन (205 पारी), 11,000 रन (222 पारी) और 12,000 रन (242पारी) बनाने वाले वनडे खिलाड़ी हैं। अनुभवी बल्लेबाज ने टी20 प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 115 मैच में 52.73 की औसत से 4,0008 रन बनाए हैं। वह क्रिकेट इतिहास के छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम दूसरे सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड है। 2000 के बाद किसी भी बल्लेबाज ने उतनी तेजी से रन नहीं बनाए हैं, जितनी तेजी से विराट कोहली ने रन बनाए हैं। इसलिए क्रिकेट फैंस उन्हें रन मशीन कोहली कहके बुलाते हैं।