Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
नयन एप को करें डाउनलोड, झटके में लगेगा पता सड़कों पर कहां हैं गड्ढे

UP News: नयन एप को करें डाउनलोड, झटके में लगेगा पता सड़कों पर कहां हैं गड्ढे, जानें कैसे करेगा ये काम

झांसी में नगर निगम एक ऐसी तकनीक लेकर आई है जिससे आप सड़क के गड्ढे हो या कचरे का ढेर या फिर खराब स्ट्रीट लाइट, इन सबकी सूचना अपने आप ही नगर निगम को मिस जाएगी। बता दें कि सूचना देने का काम ना तो नगर निगम के कर्मचारी करेंगे और न ही जनता। बल्कि खुद नयन एप करेगा। इसको मोबाइल में इन्स्टॉल किया जाएगा। फिर ये एप ऑटोमैटिक ही इन सब समस्याओं की जानकारी नगर निगम के कमांड एंड कंट्रोल रूम तक पहुंचा देगा। इसके बाद अफसर आपकी समस्याओं का हल निकालेंगे। नयन मोबाइल एप को नयन साइंस एंड टेक्नोलॉजी कंपनी ने विकसित किया है। बता दें कि ये एप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करता है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए सड़को पर गड्ढ़े, जानवर, अतिक्रमण, कचरा, खराब स्ट्रीट लाइट, अवैध होर्डिंग, अवैध निर्माण , जल भराव, बिना हेलमेट चल रहे वाहन आदि की पहचान की जा सकती है।

बता दें कि पिछले ही दिनों कंपनी ने नगर निगम के अफसरों को एप की विशेषताओं के बारे में बताया गया था। अब नयन कंपनी और झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बीच करार हो गया है। कंपनी पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर दो माह काम करेगी। प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसका विस्तार किया जाएगा।

चलिए जानते है कि ये एप कैसे काम करता है-

नगर आयुक्त के पुलकित गर्ग ने बताया कि यह मोबाइल एप्लीकेशन विभाग के वाहनों के साथ जोमेटो, स्विगी, कोरियर कंपनी के वाहन चालकों के मोबाइल में नयन कंपनी द्वारा इन्स्टॉल किया जाएगा। साथ ही उनका अकताउंट बनाया जाएगा। इसके बाद कर्मचारी को बाइक के हैंडल , कार या अन्य वाहन के डेशबोर्ड पर मोबाइल को स्टैंड में फिट करना होगा। इसके बाद ये एप काम करेगा।

अब आप सोच रहे होंगे वो कैसे उदाहरण के तौर पर आपतको समझाते हैं-

मान लीजिए जोमोटो के किसी कर्मचारी के मोबाइल मेंं एप इंस्टाल है। वह सदर बाजार से खाने की डिलीवरी देने के लिए शिवाजी नगर जा रहा है। उसे अपने मोबाइल को बाइक के हैंडल पर स्टैंड में लगाना होगा। रास्ते में गड्ढे, जानवर, खराब स्ट्रीट लािट मिलती है तो एप्लीकेशन अपने आप उसकी फोटो और वीडियो कैप्चर कर लेगा और लोकेशन के साथ कंट्रोल रूम को भेज देगा। इसके बदले जोमेटो, स्विगी समेत अन्य कर्मचारियों को प्वाइंट्स मिलेंगे। जिसके आधार पर उनको कंपनी पेमेंट करेगी।

अब उदाहरण के तौर पर समझिए- जोमोटो के किसी कर्मचारी के मोबाइल में एप इंस्ट्रॉल है। वह सदर बाजार से खाने की डिलीवरी देने के लिए शिवाजी नगर जा रहा है। उसे अपने मोबाइल को बाइक के हैंडल पर स्टैंड में लगाना होगा।

रास्ते में गड्‌ढ़े, जानवर, खराब स्ट्रीट लाइट मिलती है तो एप्लीकेशन अपने आप उसकी फोटो और वीडियो कैप्चर कर लेगा और लोकेशन के साथ कंट्रोल रूम को भेज देगा। इसके बदले जोमेटो, स्विगी समेत अन्य कर्मचारियों को प्वाइंट्स मिलेंगे। जिसके आधार पर उनको कंपनी पेमेंट करेगी।

अफसरों कैसे निकालेंगे समाधान

कंट्रोल रूप से समस्या के बारे में अफसरों को अवगत कराया जाएगा। फोटो, वीडियो और लोकेशन की मदद से अफसर समाधान करेंगे। अब तक तीन हजार से ज्यादा समस्याओं की जानकारी प्राप्त हो चुकी है। जल्द ही अब अफसर इस पर काम शुरू कर देंगे।

Exit mobile version