संसद में चल रहे मानसून सत्र को दौरान पीछले दिनों से चल रहे मणिपुर हिंसा को लेकर बवाल चरम पर है। अब इसी बीच लोकसभा में मंगलवार को दिल्ली सरकार से जुड़ा सर्विस बिल पेश किया गया है। जिसके बाद दिल्ली सरकार के नेताओं ने सदन में अपनी -अपनी बात रखी है। दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन इंडिया ने सरकार के खिलाफ मणिपुर को लेकर आविश्वास प्रस्ताव पास लाया गया उसे लेकर चर्चा 8 अगस्त को की जाऐगी।
क्या बोले आप सांसद राघव चड्डा?
लोकसभा में पास हुए दिल्ली बिल को लेकर संसद में राघव चड्डा ने कहा कि ये लोकतंत्र को बाबूशाही में बदल देगा। निर्वािचत सरकार की सभी शक्तियां उनसे छीन ली जाएंगी और बीजेपी द्वारा नियुक्त एलजी को दी जाएंगी। साथ ही कहा कि ये बिल देश के लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। ये सब इसलिए किया गया क्योंकि बीजेपी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की सफलता नहीं देख सकती है।
दिल्ली बिल पर बोले बीजेपी नेता
संसद मे पास हआ दिल्ली ऑडिनेंस बिल पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के बयान को लेकर बीजेपी नेता हर्षवर्धन ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुे कहा कि मैं इनके बयान की सहाराना करता हूं और उन्होंने कहा था कि इस बिल को पास होने देना चाहिए. ये बिल दिल्ली की स्थिति के अनुरूप है. अगर आप दिल्ली को अधिकार देना चाहते हैं, तो इसे पूर्ण राज्य का दर्जा देना होगा. मेरी राय में इस बिल का विरोध करना गलत है।
दिल्ली बिल पर बोले अमित शाह
लोकसभा मे पास हुए दिल्ली सर्विस बिल को लेकर ये विरोध राजनैतिक है ये सैंविधानक आधार पर नहीं किया जा रहा है इसलिए इस बिल को पेश करने की अनुमित दी जाए और सदन को कानून बनाने का अधिकार है। साथ ही कहा कि बताया कि पहले लोकसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार विधेयक, 2023 पेश किया था।