गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता भाजपा का टिकट पाने की दौड़ में हैं। 2015 के आरक्षण आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल, चिराग पटेल और वरूण पटेल पार्टी का टिकट हासिल करने के लिए एक- दूसरे से मुकाबला कर रहे हैं। पार्टी ने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने से पहले इच्छुक उम्मीदवारों, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से फीडबैक लेने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
चिराग पटेल ने चुनाव लड़ने की जताई इच्छुक
बता दें कि अहमदाबाद जिले की वीरमगाम क्षेत्र से पटेल समुदाय के तीन नेता बीजेपी से टिकट की मांग कर रहें है। इससे इस क्षेत्र ने लोगोेें का ध्यान आकर्षित किया है। मीडिया से बातचीत करते हुए क्षेत्र से टिकट इच्छुक चिराग पटेल ने कहा कि वह वीरमगाम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और उन्होंने पर्यवेक्षकों के सामने अपना बायोडाटा जमा कर दिया है। हर्दिक पटेल का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष करते हुए चिराग पटेल ने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि पार्टी कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाना चाहिए और पार्टी कार्यकर्ताओं को उसके लिए प्रचार करते समय शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए।
क्या बोले ‘पास’ नेता वरुण पटेल?
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि पार्टी के दूरदर्शी नेता इस सीट के लिए सही उम्मीदवार का चयन करेंगे। वीरमगाम से ही टिकट के एक अन्य दावेदार ‘पास’ नेता वरूण पटेल ने कहा, मैं पार्टी द्वारा सीट के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा किए जाने तक इंतजार करूंगा, उसके बाद ही वे वे कोई टिप्पणी करेंगे। हालांकि हार्दिक पटेल ने अब तक चिकट की मांग नहीं की है, लेकिन उनके समर्थकों ने पार्टी पर्यवेक्षकों से मुलाकात कर उन्हें विरमगाम विधानसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीद्वार बनाने का अनुरोध किया है। चिराग और वरुण दोनों बहुत पहले बीजेपी में शामील हुए थे, जबकि हार्दिक पटेल कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए।