जालौन: जालौन में कालपी विधानसभा की सीट भारतीय जनता पार्टी और माधौगढ़ विधानसभा की सीट कांग्रेस के लिये गले की फांस बनी हुई है, इन दोनों सीटों पर किसी भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाया है जबकि दोनों पार्टियां लगातार अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं, इसके बावजूद भी इन दोनों सीटों पर किसी भी पार्टी में अब तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
जालौन में तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होना है और 1 फरवरी तक प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र रिटर्निंग आफिसर के समक्ष दाखिल कर सकते हैं। ऐसे में जालौन की 3 विधानसभा सीटों में उरई विधानसभा सीट पर सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये है, लेकिन कालपी विधानसभा सीट पर भाजपा ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, इस सीट ओर सपा, कांग्रेस बसपा अपने अपने उम्मीदवाद घोषित कर चुकी है, ऐसा ही हाल कांग्रेस का है, उसने माधौगढ़ विधानसभा से अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इन दोनों पार्टियों के लिए यह दोनों विधानसभा सीटें गले की फांस बनी हुई हैं। कालपी में वर्तमान में भाजपा का विधायक है, इस सीट से वर्तमान में भाजपा के नरेंद्र पाल सिंह जादौन विधायक हैं और वह टिकट के प्रमुख दावेदार हैं, लेकिन अभी तक उनका नाम पार्टी ने घोषित नहीं किया है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा के पूर्व विधायक संतराम सेंगर, भाजपा जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह सेंगर बना जी, पूर्व विधायक छोटे सिंह चौहान तथा निषाद पार्टी से राजकुमार दुबे कुठौंद तथा संजय गुप्ता उर्फ संजू गोहन भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं, लेकिन अभी तक भाजपा और निषाद पार्टी के लिए कोई भी कैंडिडेट नहीं मिला है, जिससे वह उसे प्रत्याशी घोषित कर सके। भाजपा ने आज 91 उम्मीदवारों की सूची जरूर जारी की है, लेकिन कालपी विधानसभा के लिए किसी भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है, उससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा में कालपी सीट पर अंदरूनी कलह तो नहीं, क्योकि इस सीट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के भी लड़ने की चर्चा थी।
दूसरी ओर माधौगढ़ विधानसभा की सीट भी कांग्रेस के लिए मुसीबत बनी हुई है, इस सीट पर भी अभी तक कांग्रेस को कोई उम्मीदवार नहीं उतारा गया है, इस सीट पर पहले विनोद चतुर्वेदी चुनाव लड़ा करते थे, लेकिन उनके सपा में शामिल हो जाने के बाद इस सीट पर अभी तक कोई उम्मीदवार नहीं मिला है। इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ दिवोलिया, कांग्रेसी नेता राजेश मिश्रा, जय प्रकाश शुक्ला कनासी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं लेकिन इसमें से अभी तक में पार्टी ने किसी को उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, ऐसे में अब कयास यह लगाए जा रहे हैं कि कहीं कांग्रेस इस सीट पर सपा को वाक ओवर तो नहीं देना चाहती है, क्योंकि इस सीट पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व संसदीय मंत्री गोविंद सिंह लहार के दमाद राघवेंद्र प्रताप सिंह अमखेड़ा चुनावी मैदान में हैं, इसीलिए उम्मीद की जा रही है कि इस सीट पर कांग्रेस सपा को वाक ओवर दे सकती है। वही बता दें कि जालौन में तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को होना है, उसके लिए 1 फरवरी तक ही प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। अब देखने वाली बात यह होगी क्या आगामी दिनों में भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवार कालपी तथा माधौगढ़ सीट पर उतारते हैं या फिर बिना लड़े ही चुनावी मैदान से बाहर हो जाते हैं।
(मुवीन खान)