मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहा है। संदन में रोजाना मणिपुर को लेकर सियासी जंंग जारी है। विपक्ष प्रधानमंत्री पर मणिपुर को लेकर जवाब न देने का आरोप लगाते हुए हंगामा करता है। दिल्ली बिल पर चर्चा होने को लेकर भी विपक्ष का हंगामा संसद में जारी है। इसे लेकर अब विपक्षी मंत्रीमंडल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास मणिपुर पर चर्चा करने के लिए पहुंचा है। वहीं राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस चीफ मिल्लकार्जन खरगे ने जानकारी साझा की है।
क्या बोले कांग्रेस चीफ?
मणिपुर मुद्दे पर अपने 21 दलों के विधायकों संग विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की है। जिसके बाद कांग्रेस चीफ मिल्लकार्जन खरगे ने इसकी जानकारी देते हुए बयान दिया और कहा है कि राष्ट्रपति जी से हम मिले और जो घटना मणिपुर में घटी उस पर चर्चा भी की। इंडिया के तमाम सांसदों ने मुलाकात की और मणिपुर के बारे में जानकारी दी। साथ ही खरगे ने बताया कि उन्हें संसद में बोलने से रोका जाता है, मेरा माइक भी बंद कर दिया जाता है, मुझे पता भी नहीं चलता एक सेकेंड में मेरा माइक कर देते है।
केंद्र सरकार शायद बात करना नहीं चाहती है
मणिपुर को लेकर कांग्रेस नेती खरगे ने आगे केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि जितना महत्व रूलिंग पार्टी को देते हैं उतना ही विपक्ष को भी देते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है और मुझे पता नहीं क्यों बोलने नहीं दिया जा रहा है। हर बार मेरा माइक बंद कर दिया जाता है। सरकार नहीं चाहती है कि मणिपुर पर चर्चा हो। आगे कहा कि प्रधानमंत्री को मणिपुर एक बार जाना चाहिए।